चुनाव आयोग ने किया इन राज्यों की लोकसभा और विधानसभा सीटों के उपचुनाव की तारीखों का ऐलान: चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट और नूरपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव की तारीखों को घोषित कर दिया है| बता दें की ये उपचुनाव 28 मई को होने वही चुनावों के परिणामों की घोषणा ३१ मई को की जाएगी| चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश के साथ-साथ हाराष्ट्र-नगालैंड में लोकसभा और बिहार, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र, मेघालय, पंजाब, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में विधानसभा के उपचुनाव के शेडूल को भी जारी कर दिया है|
बता दें की उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट बीजेपी के सांसद हुकुम सिंह सांसद और नूरपुर विधानसभा से बीजेपी के ही विधायक लोकेंद्र सिंह के निधन के बाद से खली हो गई थी| उत्तर प्रदेश में कुछ समय पहले आयोजित हुए गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में बीजेपी को करारी हर का सामना करना पड़ा था| लेकिन आगामी चुनाव के लिए बसपा ने अपनी तैयारियों के बारे में कुछ नहीं बताया है|
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उपचुनाव की डेट जारी करने के बाद आयोग ने कैराना लोकसभा सीट पर उपचुनाव आयोजित करने की तैयारियाँ भी शुरू कर दी है| उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल वेंकेटेश्वरलु चुनावी प्रक्रिया का जायजा लेने गुरुवार को सहारनपुर पहुंचे।
आज शुक्रवार को वेंकेटेश्वरलु शुक्रवार को शामली जिले का दौरा करेंगे। बता दें की कैराना संसदीय सीट के तहत पांच विधानसभा क्षेत्र हैं। इनमें से तीन शामली जिले में और दो सहारनपुर जिले में हैं।
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चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार आयोग ने पांच विधानसभा क्षेत्रों- शामली, थानाभवन, कैराना (सभी शामली जिले में आते हैं) और सहारनपुर जिले में आने वाले गंगोह और नुकार में 883 मतदान केंद्र स्थापित किए हैं। इस उपचुनाव में 7,36,420 महिलाओं सहित 16,095,80 वोटर्स रजिस्टर्ड हैं।
उपचुनाव की तारीख के ऐलान के साथ ही बीजेपी, एसपी, आरएलडी और कांग्रेस पार्टी ने चुनावी तैयारियों को शुरू कर दिया है। एसपी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने बुधवार को कैराना का दौरा किया और कार्यकर्ताओं से चुनाव के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया। सत्तारूढ़ बीजेपी के मंत्री भी इस क्षेत्र का लगातार दौरा करते हुए नजर आ रहे हैं।
वहीं, बिहार के अररिया जिले की जोकीहाट विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। अररिया लोकसभा उपचुनाव से ठीक पहले सरफराज आलम के अचानक जेडीयू छोड़ आरजेडी का दामन थाम लेने से यह सीट खाली हुई थी। अररिया लोकसभा सीट से सरफराज के पिता और आरजेडी नेता तस्लीमुद्दीन सांसद थे। तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद अररिया सीट पर हुए लोकसभा उपचुनाव में सरफराज आलम ने आरजेडी के टिकट पर जीत हासिल की थी।