राजधानी दिल्ली में एक शर्मनाक घटना सामने आई है| दिल्ली के नरेला में रहने वाली 33 साल की महिला को भीड़ ने लोहे की रॉड से बुरी तरह पिटा गया और इस महिला के कपडे भी फाड़ दिए| इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार महिला की सिर्फ यही गलती थी की वह महिला दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल वाली टीम में शामिल थी जो बुधवार रात एक घर में शराब की छापेमारी के लिए गई थी|
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक महिला नरेला की जेजे क्लस्टर की रहने वाली है| प्रवीन इलाके में चल रही शराब की गैरकानूनी बिक्री का विरोध कर रही थी| बुधवार रात डीसीडब्ल्यू चीफ स्वाति मालीवाल और उनकी अगुवाई वाली टीम ने ‘फाइट द फीयर’ नाम के कैंपेन के तहत रात को नरेला में छापेमारी के लिए पहुँची। प्रवीन उन्हें नरेला पॉकेट 11 के एक घर में लेकर गई, जो घर आशा और राकेश का है। इस घर में से 350 शराब की बोतलें तलाशी के दोरान मिली|
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पुलिस ने इस दम्पति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है| रोहिणी जिले के डीसीपी रजनीश गुप्ता ने जानकारी दी की गुरुवार को दोपहर के समय आशा ने कुछ लोगो के साथ मिल कर प्रवीन पर हमला किया| उसकी शारीरिक जाँच कर, आईपीसी की धारा 323, 342, 354, 354बी, 506 और 34 के तहत केस रजिस्टर कर लिया गया है| पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है| डीसीपी ने इस बात को सिरे से नकार दिया की महिला को नग्न कर दोड़ाया गया है| हाथापाई के दोरान महिला के कपडे फटे| वही दिल्ही महिला आयोग की अध्यक्ष मालीवाल का कहना है की गुरुवार को सुबह 11 बजे के आस पास पीड़ित महिला प्रवीन को उसके घर से बाहर निकालकर लोहे की रोड से मारा गया और उसके कपडे भी फाडे गये और फिर उसे नग्न परेड भी करवाई गई|