दोस्तो इस साल नाग पंचमी का पर्व 13 अगस्त को आ रहा है। नाग पंचमी पर पहले से ही काफी सारे लेख लिखे गए हैं। यह लेख बाकी सबसे थोड़ा अलग है। आज नाग पंचमी के पर्व पर हम आपके लिए नागपंचमी (Nag panchami) से जुड़ी चंदन चाचा की बेहतरीन कविता प्रस्तुत करने जा रहे हैं। अब समय आ गया है सवाल जवाब का जो आपसे हर बार पूछे जाते हैं। सबसे बड़ा सवाल यही है कि आज की कविता की किसने लिखा है।
आज की कविता को जबलपुर के कवि नर्मदा प्रसाद द्वारा लिखा गया है।
Nag Panchami 2021
इस कविता को सबसे पहले कहा शामिल किया गया था। इस कविता को सबसे पहले 1960 की दशक में कक्षा 4 की बाल भारती में प्रस्तुत किया गया था। नाग पंचमी पर आज यहाँ पर बेहतरीन कविता प्रस्तुत हो रही है। कविता में क्या जाहिर किया गया है, यह बताने का समय आ गया है।
कविता चंदन चाचा के बाड़े में सारांश
1. पहले भाग में नाग पंचमी के ढोल नगाड़ों का जिक्र किया गया है। इसी बीच मे चंदन चाचा के बाड़े में अखाड़े लड़े जा रहे हैं।
2. दूसरे भाग में दो पहलवानों के बीच मे लड़ाई होने की सूचना दी जा रही है।
3. तीसरे भाग में पहलवानों के ताकत के बारे में बड़े ही अनोखे अंदाज में बताया जा रहा है।
4. चौथे भाग में कुश्ती के रंग के बारे में जिक्र किया जा रहा है। कैसे 2 पहलवान एक दूसरे की हड्डी और कमजोरी को तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं। दोनों ही पहलवान मुछो पर हाथ फेरे जा रहे हैं।
5. आखरी भाग में जीत के ढोल नगाड़े सुनने को मिल रहे हैं। दिखाया गया है कि एक जगह नाग पंचमी का जश्न मनाया जा रहा है, दूसरी तरफ कुश्ती और बहादुरी के ढोल सुनाई दे रहे हैं।
कविता चंदन चाचा के बाड़े में
Conclusion
आज यहाँ पर नाग पंचमी पर प्रसिद्ध कविता चंदन चाचा के बाड़े में प्रस्तुत करि गयी है। आशा करते हैं है आपने भी इस कविता को काफी ज्यादा पसंद किया होगा। एक बार आपके परिवार को हमारी टीम की तरफ से नाग पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं।