Gila Shikwa Shayari , Jabardast Gila Shikayat Shayri, Narazgi Shayari: दोस्त और परिवार के बीच कभी ना कभी गिला शिकवा जरूर होता है, या फिर आपकी गर्लफ्रेंड है तो उससे भी आपके गिला शिकवा होते रहते होंगे, आपकी पत्नी से भी होते होंगे। जो की सामान्य बातें है, छोटी-छोटी लड़ाई से रिश्ते मजबूत होते हैं, यह जरूरी नहीं की लड़ाई और से रिश्ते बिगड़ते है, कई बार दो जनों के बीच में गिला शिकवा हो जाते हैं, लेकिन कुछ समय बाद गिला शिकवा को बुलाकर दोस्ती हो जाती है। लड़ाई के बाद अपने लव पार्टनर को मनाने में एक अलग खुशी मिलती है। इससे दोनों के बिच प्यार बढ़ता है और रिश्ते में मजबूती आती है।
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अगर आपके साथ भी कुछ ऐसी स्थिति बनी हुई है की आपकी गर्लफ्रेंड, आपका दोस्त, आपकी पत्नी, आपकी बहन इत्यादि आप से नाराज है तो आप हमारे द्वारा दी गई गिला शिकवा शायरी, कोट्स, स्लोगन, स्टेटस इत्यादि का उपयोग कर सकते हैं। इन सभी का इस्तेमाल आप अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट पर कर सकते हैं, और अपनी गिला शिकवा को मिटा सकते हैं। नीचे कुछ बेहतरीन गिला शिकवा कंटेंस्सा दिया गया है, जिसे आपको जरूरत है पढ़ना चाहिए।
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Gila Shikwa Shayari in Hindi
गिला शिकवा शायरी इन हिंदी इस सर्च कोरी को लोग गूगल पर भूपति के साथ करते हैं, लेकिन काफी ढूंढने के बावजूद इंटरनेट पर हमें कुछ ज्यादा खास नहीं मिल पाता, जिसके बाद हमें केवल निराशा हाथ लगती है, लेकिन अब आपको निराश होने की कोई आवश्यकता नहीं है। इस आर्टिकल में आपको बेहतरीन गिला शिकवा शायरी हिंदी भाषा में मिलने वाली है।
गिला भी तुझ से बहुत है मगर मोहब्बत भी वो बात अपनी जगह है ये बात अपनी जगह -बासिर सुल्तान काज़मी
कैसे कहें कि तुझ को भी हम से है वास्ता कोई तू ने तो हम से आज तक कोई गिला नहीं किया -जौन एलिया
ग़ैरों से कहा तुम ने ग़ैरों से सुना तुम ने कुछ हम से कहा होता कुछ हम से सुना होता -चराग़ हसन हसरत
कहने देती नहीं कुछ मुँह से मोहब्बत मेरी लब पे रह जाती है आ आ के शिकायत मेरी -दाग़ देहलवी
ज़िंदगी से यही गिला है मुझे तू बहुत देर से मिला है मुझे -अहमद फ़राज़
रात आ कर गुज़र भी जाती है इक हमारी सहर नहीं होती -इब्न-ए-इंशा
दिल की तकलीफ़ कम नहीं करते अब कोई शिकवा हम नहीं करते -जौन एलिया
हम क्यूँ,शिकवा करें झूठा,क्या हुआ जो दिल टूटा शीशे का खिलौना था, कुछ ना कुछ तो होना था, . -आनंद बख़्शी
हो जाते हो बरहम भी बन जाते हो हमदम भी ऐ साकी-ए-मयखाना शोला भी हो,शबनम भी खाली मेरा पैमाना बस इतनी शिकायत है -हसरत जयपुरी
ग़लत है जज़्ब-ए दिल का शिकवा देखो जुर्म किस का है, न खेंचो गर तुम अपने को कशाकश दरमियां क्यूं हो !!
Shikayat Shayari Images
अगर आप गिला शायरी इमेज इंटरनेट का खोज रही है, लेकिन आपको कुछ खास नहीं मिला है, लेकिन इस आर्टिकल में आपको गिला शिकवा एचडी इमेज मुफ्त में डाउनलोड करने के लिए मिल जाएगी, जिनका इस्तेमाल आप अपने व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, टि्वटर और पिंटरेस्ट जैसे सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर कर सकते हैं।
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Zindagi Se Shikwa Shayari
रात आ कर गुज़र भी जाती है इक हमारी सहर नहीं होती -इब्न-ए-इंशा
कब वो सुनता है कहानी मेरी और फिर वो भी ज़बानी मेरी -मिर्ज़ा ग़ालिब
बड़ा मज़ा हो जो महशर में हम करें शिकवा वो मिन्नतों से कहें चुप रहो ख़ुदा के लिए -दाग़ देहलवी
क्यूँ हिज्र के शिकवे करता है क्यूँ दर्द के रोने रोता है अब इश्क़ किया तो सब्र भी कर इस में तो यही कुछ होता है -हफ़ीज़ जालंधरी
मोहब्बत ही में मिलते हैं शिकायत के मज़े पैहम मोहब्बत जितनी बढ़ती है शिकायत होती जाती है -शकील बदायुनी
आरज़ू हसरत और उम्मीद शिकायत आँसू इक तिरा ज़िक्र था और बीच में क्या क्या निकला -सरवर आलम राज़
शिकवा कोई दरिया की रवानी से नहीं है, रिश्ता ही मेरी प्यास का पानी से नहीं है !!
दुनिया न जीत पाओ तो हारो न खुद को तुम थोड़ी बहुत तो ज़हन मे नाराज़गी रहे !! -निदा फ़ाजली
2 Lines Shikayat Shayari
दो लाइन में अपनी बात को समझाना बहुत अच्छा लगता है, यह समझने में काफी आसान और सरल होती है, यही कारण है कि 2 लाइंस शिकायत शायरी को इतना अधिक पसंद किया जाता है। नीचे हमने इसी प्रकार की चुनिंदा शायरी दी है, जो आपको जरूर पसंद आने वाली है।
शिक़वा वो भी करते हैं शिकायत हम भी करते हैं, मुहोब्बत वो भी करते हैं मुहोब्बत हम भी करते हैं।
हमारे इश्क़ में रुस्वा हुए तुम मगर हम तो तमाशा हो गए हैं -अतहर नफ़ीस
उन का ग़म उन का तसव्वुर उन के शिकवे अब कहाँ अब तो ये बातें भी ऐ दिल हो गईं आई गई -साहिर लुधियानवी
चुप रहो तो पूछता है ख़ैर है लो ख़मोशी भी शिकायत हो गई -अख़्तर अंसारी अकबराबादी
शिकवा तो एक छेड़ है लेकिन हकीकतन तेरा सितम भी तेरी इनायत से कम नहीं।
हम को पहले भी न मिलने की शिकायत कब थी अब जो है तर्क-ए-मरासिम का बहाना हम से
जिन्दगी से तो खैर शिकवा था मुद्दतों मौत ने भी तरसाया।
आप नाराज़ हों, रूठे, के ख़फ़ा हो जाएँ, बात इतनी भी ना बिगड़े कि जुदा हो जाएँ !!
चाँद से शिकायत करूँ किसकी हर कोई यहाँ रात का मुसाफ़िर है
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दोपहर की शायरी, गुड आफ्टरनून Good Afternoon Shayari in Hindi