Home सुर्खियां बिहार: औरंगाबाद में गर्मी और लू ने बरपाया कहर, 36 की मौत,...

बिहार: औरंगाबाद में गर्मी और लू ने बरपाया कहर, 36 की मौत, सात का चल रहा इलाज

बिहार: औरंगाबाद में गर्मी और लू ने बरपाया कहर, 36 की मौत, सात का चल रहा इलाज उत्तर भारत में इस समय भीषण गर्मी पर रही है। गर्मी के साथ-साथ लू के थपेड़ो ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है। लू की वजह से बिहार के औरंगाबाद जिले में बीते शनिवार लू की चपेट में आने की वजह से 26 लोगों की मौत होने की खबर है। मौत के आंकड़ा बढ़ने से प्रशासन में हरकत में आ गया। सिविल सर्जन डॉ. सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने 26 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है। उन्होंने मौत की वजह को हिट स्ट्रोक बताया है। मृतकों के परिजनों ने बताया की पीड़ितों को तेज बुखार की शिकायत के बाद अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया जहाँ इनकी मौत हो गई। डीडीसी घनश्याम मीणा ने बताया कि सदर अस्पताल में डॉक्टरों की तैनाती की गई है। हीट स्ट्रोक से पीडि़त कई लोगों का सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।

डॉक्टर का मानना है की यह मौत तापमान में आई अचानक तेज वृद्धि की वजह से हुई। अधिकतर मृतकों को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था जिसके बाद उनकी अस्पताल में मौत हो गई। डॉक्टरों ने जानकारी दी अस्पताल में लाने से पहले ही अधिकतर लोगों की मौत हो चुकी थी। सदर अस्पताल में मरने वाले अधिकतर लोग 50 साल से अधिक उम्र के थे। बता दें की शनिवार को औरंगाबाद में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

औरंगाबाद में गर्मी और लू ने बरपाया कहर

सदर अस्पताल में शनिवार को डॉक्टरों की कमी और समय पर इलाज नहीं मिलने से खफा लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया। श्याम के समय एक डॉक्टर अस्पताल में मौजूद थे। अचानक ही मरीजों की संख्या बढ़ती चली गई और इलाज नहीं मिल पाने से कई मरीजों की जान चली गई। मरीजों की मौत की खबर सुनने के बाद अस्पताल में मृतकों के परिजनों की चीख पुकार शुरू हो गई। अस्पताल में डॉक्टरों की कमी की वजह से मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल सका। जिसके बाद मरीजों के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुर कर दिया। मृतकों के परिजन डॉक्टर की कमी से काफी नाराज थे जिसके बाद उन्होंने अस्पताल प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

अस्पताल और उसके बाहर बढ़ते हंगामे से घबराएं अस्पताल प्रशासन के 4 से 5 डॉक्टर अस्पताल पहुँच गए। लेकिन मौत वह भी मरीजों की मौत के आंकड़े को काबू करने में असफल साबित हुए।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here