खेलते-खेलते 150 फुट गहरी बोरवेल में जा गिरा 2 साल का बच्चा, लेकिन हो गई मौत :- पंजाब के संगरूर जिले में 150 फुट गहरे बोरवेल में गिरने वाले 2 साल के मौसम बच्चे को आज मंगलवार सुबह तकरीबन 109 घंटे के बाद बाहर तो निकाल लिया गया लेकिन बच्चा बचाया नहीं जा सका। बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह घटना पंजाब के संगरूर जिले के भगवानपुरा गांव में 2 साल का बच्चा जिसका नाम फतेहवीर सिंह है गुरुवार की श्याम को तकरीबन 4 बजे खेलते-खेलते घर के पास में मौजूद गहरे बोरवेल में जा गिरा। इस बोरवेल की चौड़ाई 7 इंच बताई जा रही है जो कपडे से ढका हुआ बताया जा रहा है। इस गड्ढे में बच्चा अचानक खेलते समय जा गिरा, जिसके बाद बच्चे का रेस्क्यू किया गया लेकिन बच्चे को जिंदा निकाला नहीं गया।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार बच्चे के गिरने की खबर मिलने के बाद माँ ने अपने बच्चे को निकालने की काफी कोशिश की लेकिन वह कामयाब नहीं रही। जानकारी के अनुसार बोरवेल कपडे से ढका हुआ था। लेकिन बदकिस्मती से बच्चा उसमें जा गिरा, बच्चे को निकालने के लिए काफी लंबे समय तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। बचाव अभियान के तहत बचाव कर्मियों ने बच्चे तक ऑक्सीजन तो पहुंचा दी लेकिन वह बच्चे तक खाना नहीं पहुंचा सके। बच्चे को बचने के लिए इस बोरवेल के समान ही एक ओर बोरवेल खोदा गया था और उसमें कंक्रीट के 36 इंच व्यास वाले पाइप डालें गए थे।
150 फुट गहरी बोरवेल में जा गिरा 2 साल का बच्चा,
फतेहवीर को मंगलवार की सुबह करीब साढ़े पांच बजे नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) की टीम ने बच्चे को बाहर निकाला और फिर तुरंत इलाज के लिए अस्पताल भेजा। लेकिन दुर्भाग्यवश बच्चे की जान नहीं बच पाई। फतेहवीर अपने माता-पिता की इकलौती औलाद थी।
Constantly monitoring the rescue operations by @NDRFHQ, local administration & outside experts, which has reached the required depth & are locating Fatehveer. @VijayIndrSingla & Sangrur DC are overseeing the rescue ops. We stand with his family & pray for his well being.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) June 10, 2019
बीती सोमवार श्याम को बच्चे के बचाव अभियान को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया था। लेकिन इस मामले पर पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया कि वह एनडीआरएफ, स्थानीय प्रशासन और बाहरी विशेषज्ञों द्वारा लगातार बचाव कार्यों पर नजर बनाए हुए है।
देश के अलग-अलग हिस्सों से कई बार ऐसे मामले सामने सामने आते रहते है। गहरे गड्डे में गिरने वाले कुछ ही बच्चों क बचाया जा सका हो। ये प्रशासन की लापरवाही है जो बोरवेल कपड़े से ढका हुआ था। अगर बोरवेल के आस-पास और बोरवेल के ऊपर ढकन लगा हुआ होता तो बच्चा इसमें गिरता ही नहीं। प्रशासन की लापरवाही ने माता-पिता से उनका मासूम बच्चा छीन लिया। इस मामले में कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए और जो भी दोषी हो उसे सजा मिलनी चाहिए।