IMF की पहली महिला चीफ इकोनॉमिस्ट बनी भारत की गीता गोपीनाथ: गीता गोपीनाथ इंटरनेशनल मोनेटरी फंड की अगली चीफ इकोनॉमिस्ट नियुक्त कर दिया गया है| भारत के मैसूर शहर में जन्मी गीता इस पद पर नियुक्त होने वाली पहली महिला है| बता दें की अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) के डायरेक्टर पद पर रहे मौरीस (मौरी) ऑब्स्टफेल्ड ने रिटायरमेंट से पहले ही 1 अक्टूबर 2018 को गीता गोपीनाथ के नाम की घोषणा कर दी थी| मौरीस साल 31 दिसंबर 2018 में अपने पद से रिटायर हुए है|
गीता गोपीनाथ अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष की 11वीं चीफ इकोनॉमिस्ट है| गीता इससे पहले हार्वर्ड विश्विद्यालय में प्रोफेसर के पद पर तैनात थी| आईएमएफ (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टीन लेगार्ड का कहना है कि, ‘ गीता गोपीनाथ दुनिया की बेहतरीन अर्थशास्त्रियों में से एक हैं. उनके पास उम्दा शैक्षणिक योग्यता के साथ व्यापक अंतरराष्ट्रीय अनुभव भी है.’
Congratulations #GitaGopinath for joining as the Chief Economist at the International Monetary Fund.
Gopinath, born in Mysore, holds a B.A. from Lady Shri Ram College for Women, Masters from Delhi School of Economics,University of Delhi (1994), did Ph.D at Princeton University. pic.twitter.com/fbMw91Gack— SURAJ YADAV (Mandal) (@suraj_yadav2005) January 8, 2019
अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष क्या है?
अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष की शुरुआत साल 1945 में हुई थी| इसका मुख्यालय वॉशिंगटन, डी.सी. स्तिथ है| आईएमएफ के चीफ इकोनॉमिस्ट के पद पर नियुक्त होने वाली गीता पहली महिला है| यह पहली बार है जब भारत की गीता गोपीनाथ इस पद को संभालने जा रही है|
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गीता गोपीनाथ कौन हैं?
गीता गोपीनाथ का जन्म भारत के कर्नाटक राज्य के मैसूर शहर में हुआ है| गीता की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से बीए किया है और दिल्ली स्कूल ऑफ इकॉनमिस्ट से एमए की की पढाई भी की है|यही नहीं उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन से भी एमए की पढाई की है| साल 2001 में प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से अर्थशास्त्र में पीएचडी की पढ़ाई पूरी की| इसी साल से शिकागो यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफेसर काम करना शुरू किया. इसके बाद साल 2005 से हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाना शुरू किया|