नमस्ते दोस्तो आज की खास पेशकश में हम आपके लिए तरबूज के ऊपर कविता लेकर आए हैं। आपको बता दें कि गर्मी जब आती है तो चारो तरफ लू चलती रहती है। इस लू में ठंडा ठंडा तरबूज हमारे लिए वरदान साबित होता हैं। आपको बता दें कि बाजार में बिकने वाला यह फुटबॉल के आकार का फल होता है। आपको बता दें कि नदी किनारे इसके अजब नजारे देखने को मिलते हैं। आपको बता दें कि कुछ तरबूज छोटे होते है और कुछ बड़े। अजब गजब नजारे देखने को मिलते हैं। आज की कविता को अपने शब्दों में समझा रहे हैं।
Poem on Watermelon in Hindi
गांव में लोग इसे खेत में ही खाना शुरू कर देते हैं। आपको बता दें कि तरबूज बाहर से हरा होता है और अंदर से लाल होता है। और ठंडा भी होता है। और इसमें काले काले बीज होते हैं। आज हमने आपको अपनी भाषा में समझाया है कि आज की कविता में आपको क्या क्या पढ़ने को मिलने वाला है। इससे पहले भी हम आपके लिए बहुत सारी कविता लेकर आ चुके हैं जैसे कि हाथी पर कविता, कोरोना पर कविता, घर के ऊपर कविता और रसगुल्ले के ऊपर कविता ला चुके हैं। अगर आपने नही पड़ी है तो आज पढ़िए।
तरबूज पर कविता
जब गरमी की ऋतु आती है!
लू तन-मन को झुलसाती है!!
तब आता तरबूज सुहाना!
ठण्डक देता इसको खाना!!
यह बाजारों में बिकते हैं!
फुटबॉलों जैसे दिखते हैं!!
एक रोज मन में यह ठाना!
देखें इनका ठौर-ठिकाना!!
पहुँचे जब हम नदी किनारे!
बेलों पर थे अजब नजारे!!
कुछ छोटे कुछ बहुत बड़े थे!
जहाँ-तहाँ तरबूज पड़े थे!!
इनमें से था एक उठाया!
बैठ खेत में इसको खाया!!
इसका गूदा लाल-लाल था!
ठण्डे रस का भरा माल था!!
आपको बता दें कि हमारी हिंदी वेबसाइट पर आपको हर तरह के लेख देखने को मिल सकते हैं। गर्मी का मौसम है और आप सभी अपने घर पर बैठे हुए हैं। और आज गर्मी भगाने के लिए तरबूज पर कविता पढ़ने को मिल रही है। आप इस कविता को शेयर भी कर सकते हैं। जिसके लिए नीचे शेयर बटन दिए गए हैं। आप इस कविता को व्हाट्सएप और फेसबुक पर भी साझा कर सकते हैं। इंस्टाग्राम पर भी आप इस कविता को साझा कर सकते हैं। हमारी वेबसाइट पर आने के लिए धन्यवाद। जय हिंद। शेयर करें।