नमस्कार दोस्तों आज की जानकारी में हिजाब (Hijab) कोट्स शायरी और स्टेटस के बारे में हैं। जैसा कि आप जानते हैं कि इन दिनों भारत में हिजाब को लेकर काफी सारे सवाल जवाब उठ रहे हैं। हालांकि काफी सारे देशों को इस बात से कोई परेशानी नहीं है लेकिन हमारे भारत में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कि बेवजह इसके खिलाफ जाते रहते हैं। इसके पीछे काफी सारे कारण भी हो सकते हैं जैसे कि इलेक्शन और वोट पाने के कारण भी हो सकते हैं। लेकिन हमारा युग ऐसा है कि जहां पर छोटी-छोटी बातों पर विवाद खड़े हो जाते हैं।
Hijab Quotes Shayari Status Images in Hindi
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि हिजाब पूरे भारतवर्ष में लोकप्रिय हो रहा है। लेकिन दूसरी तरफ इस प्रकार की अफवा भी फैलाई जाती है कि हिजाब सिर्फ मुसलमानों की पोशाक हैं। साथ ही साथ यह भी कहा जाता है कि हिजाब मुसलमानों पर जुर्म की निशानी है। लेकिन आपको पहले ही बता चुके हैं कि यह सब अफवा है और इतिहास में अब-तक अफवा का कोई इलाज नहीं होता है।
आंखें ख़ुदा ने दी हैं तो देखेंगे हुस्न-ए-यार
कब तक नक़ाब रुख़ से उठाई न जाएगी
-जलील मानिकपुरीताबीज़ में बंधे हिजाब के अक्स हो आप,
जो दिल को दे नर्म सुकूँ वो शख़्स हो आप !!अभी रात कुछ है बाक़ी न उठा नक़ाब साक़ी
तिरा रिंद गिरते गिरते कहीं फिर सँभल न जाए
-अनवर मिर्ज़ापुरीनक़ाब उन ने रुख़ से उठाई तो लेकिन
हिजाबात कुछ दरमियाँ और भी हैं
-फ़ज़्ल अहमद करीम फ़ज़लीहिजाब उस के मिरे बीच अगर नहीं कोई
तो क्यूँ ये फ़ासला-ए-दरमियाँ नहीं जाता
-फ़र्रुख़ जाफ़री
दीदार से पहले ही क्या हाल हुआ दिल का
क्या होगा जो उल्टेंगे वो रुख़ से नक़ाब आख़िर
-वासिफ़ देहलवीकभी याद उन की आई है कभी वो ख़ुद भी आते हैं
मोहब्बत में हिजाब-ए-दरमियाँ बाक़ी नहीं रहता
~मोहम्मद उस्मान आरिफ़
ख़ुदा के वास्ते चेहरे से टुक नक़ाब उठा
ये दरमियान से अब पर्दा-ए-हिजाब उठा
~शाह नसीरकैसा है कौन ये तो नज़र आ सके कहीं
पर्दा ये दरमियाँ से हटा लेना चाहिए
~ज़फ़र इक़बाल
नक़ाब उस ने रुख़ से उठाई तो लेकिन
हिजाबात कुछ दरमियाँ और भी हैं
~फ़ज़्ल अहमद करीम फ़ज़लीशनाख़्त हो सकी न फिर भी ये मिरा क़ुसूर था
हमारे दरमियाँ था जो हिजाब कोई ले गया
~अज़ीज़ तमन्नाई
हिजाब पर शायरी स्टेटस कोट्स नारे हिंदी में
मेरे इश्क की भी अलग कहानी थी,
मैंने तो बाहर हिजाब पहना था, पर उसने अंदर !!एक गजब का इत्तेफाक देखा,
आइने पर भी नाकाब देखा…
सोचा अरसा हुआ खुद से मिले,
लेकिन वहां पर हिजाब देखा…..क्या हुआ जो चेहरे पर उसके हिज़ाब था,
छुपा कुछ ना, सब बेनक़ाब था…
उसका भाई भी हिंदुस्तान के लिए शहीद हुआ,
उसे भी इस मुल्क से इश्क़ बेहिसाब था…तेरे चहेरे पर ये जो चेहरा है,
उसे नकाब कहुँ या हिजाब !!
युँ तो लाजमी सा है ये इश्क भी,
क्यों ना लिख दूँ मैं इस पर एक किताब !!हिजाबों में कैद किए जा सकते शख्सियत ए जिस्म को बेशक,
ख्वाब ए जुनून को कैद करना मुश्किल है बहुत !!नंगों ने हुकुम किया अब
हिजाब पहन कर रहो !!आंखों से नंगा करेंगे सब
नक़ाब पहन कर रहो !!थोड़ा और अच्छे से ढक मुझे,
तू हिजाब है, मेरी झूठी हँसी नही !!मेरी मोहब्बत में बेहिसाबी रह जाने देते हैं,
और उस हिसाब में वो ख़राबी रह जाने देते हैं !!
कहीं नज़र न लग जाए यूँ मोहब्बत को मेरी,
मेरी मोहब्बत को भी हिजाबी रह जाने देते हैं !!
हिजाब क्या होता है ? | What is Hijab?
हिजाब इंसान के शरीर और उनके हाव भाव को दर्शाता है कि एक इंसान कैसा है और वह किस प्रकार सोचता है। हिजाब मात्र एक धर्म नही है बल्कि हमारे शरीर का भी हिस्सा कहलाता है। साथ ही साथ यह हमे बुरी नजरो से भी बचाता है।
आज की जानकारी मुख्य तौर पर आपकी जानकारी को बढ़ाने के लिए इस ब्लॉग को लिखा गया है और आपको बताना चाहते हैं कि हम अपनी जानकारी से किसी के संस्कृति के ऊपर सवाल नहीं उठाते है। लेकिन आशा करते हैं कि आप सभी इस लेख में दी गए जानकारी को समझने में हमारी सहायता करने वाले हैं। आज मुख्य तौर पर हिजाब (Hijab) कोट्स शायरी और स्टेटस के बारे में बात की जा रही है। हमारी जानकारी को आप आसानी से साझा कर सकते हैं।
क्या हिजाब की सोच को बदलना चाहिए।
आप अपनी सोच को कमेंट बॉक्स के माध्यम से साझा कर सकते हैं। लेकिन आपको बताना चाहते हैं कि हमारी सोच के हिसाब से हिजाब की सोच को बदलना चाहिए। क्योंकि यवः मात्र एक कपड़ा नही है बल्कि इसका एक गहरा मतलब भी होता है और किसी के संस्कृति के खिलाफ इल्जाम लगाना गलत बात होती है। आपका हमारी सोच के बारे में क्या कहना है आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और यदि आपको हाई वोल्टेज जानकारी पसंद आई है तो ज्यादा से ज्यादा शेयर करने का प्रयास करे।