अविश्वास प्रस्ताव लाइव अपडेट: आंध्रप्रदेश भारी कर्ज़ में डूबा हुआ है-TDP
केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ 4 साल में पहली बार संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया है जिस पर आज लोकसभा में बहस शुरू हो गई है| सत्ता में बैठी बीजेपी पार्टी इस प्रस्ताव को आगामी लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर ऐसे अपने लिए एक मौके के रूप में देख रही है| बता दें की मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No-confidence motion) तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) है| लोकसभा अध्यक्ष ने उसे बोलने के लिए आज 13 मिनट का समय दिया|
अविश्वास प्रस्ताव लाइव अपडेट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव की वोटिंग से पहले सदन में बिना की समस्या और हंगामे के चर्चा की उम्मीद जताई| सदन में अविश्वास प्रस्ताव की बहस शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने कहा की- “आज हमारे संसदीय लोकतंत्र का महत्वपूर्ण दिन है. मुझे उम्मीद है कि मेरे साथी सांसद इस अवसर पर सार्थक, विस्तृत और बाधा रहित बहस करेंगे.”
– सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और वोटिंग में हिस्सा लेने के सवाल पर शिवसेना पार्टी के लोकसभा सांसद आनंदराव अदसुल ने कहा, “हम आज के संसदीय कार्यों का बायकॉट कर रहे हैं, और हमने आज हाज़िरी भी नहीं लगाई है…”
– टीडीपी के संसद ने कहा की आंध्रप्रदेश भरी आर्थिक बोझ में डूबा हुआ है और हम पिछले चार सालो से इसके लिए बड़ा संघर्ष कर रहे है| तेलंगाना के मुकाबले आंध्रप्रदेश में अधिक परेशानी है| कांग्रेस पार्टी ने बड़े ही बेकार तरीके से प्रदेश का विभाजन किया| प्रदेश के विभाजन के साथ राज्य को भरी मात्रा में कर्ज़ मिला| केनरा की मोदी सरकार ने अपना वादा नहीं निभाया| केंद्र सरकार को सिर्फ अपने हिट की चिंता है|
– इस प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए तेलुगूदेशम पार्टी (TDP) नेता जयदेव गाला ने कहा की आंध्रप्रदेश भरी कर्ज़ में डूबा हुआ है| प्रदेश को कर्ज़ से निकालने के लिए बीते 4 सालों से संघर्ष जारी है|
– तेलुगूदेशम पार्टी (TDP) नेता जयदेव गाला ने कहा की मोदी सरकार के राज में प्रदेश को सिर्फ खोखले वादों ही मिले है|
– अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद बीजेडी पार्टी भी सदन का वॉक आउट करेगी|
– शिवसेना पार्टी नहीं लेगी वोटिंग में भाग
– मोदी सरकार के पक्ष में वोटिंग करेगी AIADMK
https://www.youtube.com/watch?v=mzh8rCXWy9s
प्रमुख विपक्षी दाल कांग्रेस [पार्टी को इस प्रस्ताव पर बोलने के लिए 38 मिनट का समय दिया है| जबकि अन्य विपक्षी दाल जैसे अन्नाद्रमुक, तृणमूल कांग्रेस , बीजू जनता दल (बीजद), तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को क्रमश: 29 मिनट, 27 मिनट, 15 मिनट और नौ मिनट का समय मिला है| वही सत्तापक्ष भाजपा को इस प्रस्ताव पर अपनी बात रखने के लिए तीन घंटे और 33 मिनट का मिला है|