कल 26/11 हमले की 9 वी बरसी थी| हमले में शहीद हुए लोगों और पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी गई| जब इस हमले की बात होती है तो भारत के लोगो के मन में आतंकियों और पाकिस्तान के प्रति गुस्सा आता है| हर भारतीय के मन में एक सवाल हमेशा उठता है की हम पाकिस्तान को कब जवाब देंगे|
आपको बता दें की इस हमले के कुछ समय बाद ही वायुसेना ने आर्मी के साथ मिलकर पाक स्थित इलाके में छुपे बैठे आतंकियों पर सर्जिकल स्ट्राइक करने की योजना बना ली थी। लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी की सेना की ये योजना धरी की धरी रह गई, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वायुसेना को उस समय की UPA सरकार की हरी झंडी का इंतजार था जो की UPA ने नहीं दी|
इस बात का खुलासा साल 2008 में वायुसेना के एयर चीफ मार्शल फली मेजर ने किया है| टाइम्स नाउ को दिए अपने एक इंटरव्यू में पूर्व एयर चीफ मार्शल फली मेजर ने इस बात का खुलासा किया है| साल 2008 में केंद्र में UPA की सरकार थी और डॉ मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे| ये कांग्रेस के नेतृत्त्व वाली गठबंधन वाली सरकार थी|
मुंबई में हुए हमले के 2 दिन बाद आर्मी चीफ, एयर मार्शल और नौसेना चीफ की पीएम आवास में डॉ मनमोहन सिंह के साथ मीटिंग हुई थी| इस मीटिंग में रक्षा मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, रक्षा सचिव समेत कई बड़े अधिकारी भी शामिल थे| पूर्व एयर चीफ मार्शल फली मेजर ने इंटरव्यू में बताया की इस मीटिंग में हमले की योजना पर बात हुई और इसके बाद के बारे में भी बातचीत की गई| सेना के तीनो अध्यक्षों ने भी बात की और इस ऑपरेशन में किस तरह के हथियारों का इस्तेमाल किया जा सकता है| इस बात पर भी विचार विमर्श किया गया|
#TNExclusive: Former IAF Chief Marshal Fali Homi Major speaks to TIMES NOW, reveals surgical strike plan in 2008 #UPAPakClemency pic.twitter.com/LSJq9vxcIN
— TIMES NOW (@TimesNow) November 27, 2017
हमने हमले से जुडी बेसिक तैयारी कर ली थी| कैसे हमला करना है? किन हथियारों का इस्तेमाल करना है? लेकिन बस हम सरकार से मंजूरी मिलने का इंतजार ही करते रहे|
फली मेजर ने बताया की हमने हमले से जुडी सारी तयारी कर ली थी और हमले के बाद अगर पाकिस्तान इस हमले के जवाब में कुछ करता है तो उसकी भी तयारी पूरी थी| इन सब बातो पर एयरफोर्स के कमांड ऑफिस में मीटिंग भी हुई थी| बता दें की मोदी जी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने पाक अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल ऑपरेशन को अंजाम दिया था| जिसमे काफी आतंकियों को खत्म किया गया|