दिल्ली विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है, दिल्ली की सत्ता में आने के लिए सियासी राजनीति शुरू हो चुकी है। केजरीवाल आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) सत्ता में वापसी के लिए अपनी पूरी ताकत झोक रही है। वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी भी सत्ता में आने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है। इसके अलावा कांग्रेस 15 साल के विकास के सहारे एक बार फिर वापसी का सपना संजो रही है। दिल्ली में 1993 से अब तक 6 विधानसभा चुनाव हुए हैं। एक बार भारतीय जनता पार्टी ने विजय प्राप्त की है, वहीं दूसरी ओर आम आदमी पार्टी दो बार सत्ता में आने में कामयाबी हुई।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 1993
दिल्ली में पहली बार विधानसभा चुनाव 1993 में हुआ था। इससे पहले दिल्ली चंडीगढ़ की तरह केंद्रीय शासित राज्य हुआ करता था। जहां पर विधानसभा नहीं होया करती थी, दिल्ली में पहली बार भारतीय जनता पार्टी ने विजय प्राप्त की थी। उस समय में कुल 70 सीटें मौजूद थी, जिसमें से भारतीय जनता पार्टी ने 49 सीटे अपने नाम की थी। वहीं कांग्रेस को केवल 14 सीटें हासिल हुई थी। इसके अलावा 4 सीटें जनता दल के पास आई थी बाकी तीन सीटें निर्दलीय पार्टी के पास आई थी। बीजेपी को प्रचंड जीत दिलाने का सेहरा मदन लाल खुराना के सर सजा था। लेकिन 26 फरवरी 1996 में उन्हें अपने पद से हटना पड़ा। उनके बात साहिब सिंह को पार्टी की कमान सौंपी गई थी। साहिब सिंह के बाद बीजेपी ने सुषमा स्वराज को सौंपी थी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 1998
दिल्ली में दूसरी बार चुनाव 1998 में हुआ था, बीजेपी की ओर से सुषमा स्वराज को मैदान में उतारा गया था वहीं कांग्रेस की ओर से शीला दीक्षित को मैदान में उतारा गया था। इस चुनाव में सुषमा स्वराज को हार का मुंह देखना पड़ा था वही शीला दीक्षित ने इस चुनाव में जीत हासिल की थी। कांग्रेस पार्टी ने 52 सीट अपने नाम की थी, भारतीय जनता पार्टी ने केवल 15 सीट अपने नाम की थी , 3 सीटें अन्य दल के पास गई थी। कांग्रेस पार्टी की जीत का सारा श्रेय शीला दीक्षित को दिया गया था। शीला दीक्षित दिल्ली के कई बड़े नेताओं को पीछे छोड़ कर दिल्ली के मुख्यमंत्री बनी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2003
दिल्ली में तीसरा विधानसभा चुनाव 2003 में हुआ था। भारतीय जनता पार्टी ने शीला दीक्षित के खिलाफ मदन लाल खुराना को मैदान में उतारा था। वहीं कांग्रेस ने शीला दीक्षित को मैदान में उतारा। लेकिन इसके बावजूद बीजेपी को हार का मुंह देखना पड़ा था। 70 सीटों में से कांग्रेस ने कुल 47 सीटें अपने नाम की, भारतीय जनता पार्टी ने 20 सीटें अपने नाम की थी। बाकी की 3 सीटें अन्य के हिस्से में गई थी। पिछली बार की तरह इस जीत का भी श्रेय शीला दीक्षित को गया था, और एक बार फिर शीला दीक्षित दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने में सफल हुई।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2008
दिल्ली में चौथी बार विधानसभा चुनाव 2008 में हुआ। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने विजय कुमार मल्होत्रा खुराना को चुनाव में उतारा था, लेकिन कांग्रेस ने पिछली बार की तरह शीला दीक्षित को चुनावी मैदान में उतारा, और फिर एक बार शीला दीक्षित भारतीय जनता पार्टी पर भारी पड़ी। कांग्रेस ने कुल 70 सीटों में से 43 सीटें अपने नाम की थी, वहीं बीजेपी ने 23 सीटें अपने नाम की थी, बाकी की 3 सीटें अन्य के इससे में गई थी। इस जीत के साथ शीला दीक्षित ने हैट्रिक अपने नाम कर ली थी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2013
दिल्ली में पांचवी बार विधानसभा चुनाव 2013 में हुए, लेकिन इस बार बीजेपी और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी चुनावी मैदान में उतरी थी। आम आदमी पार्टी के आने से चुनावी मैदान पूरी तरह से बदल गया था। कुल 70 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने 31 सिटी अपने नाम की, आम आदमी पार्टी ने 28 सीटें अपने नाम की और कांग्रेस पार्टी ने केवल 8 सीट अपने नाम की। लेकिन इन सीटों के साथ किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिल सका। ऐसे में आम आदमी पार्टी को कांग्रेस पार्टी ने समर्थन दिया। और इसी के साथ अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने। लेकिन केजरीवाल ने उन्हें 49 दिनों तक सत्ता में रहने के बाद और 14 के लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015
दिल्ली में छठी बार 2015 में विधानसभा चुनाव हुए। इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी और भारतीय जनता पार्टी पर आम आदमी पार्टी भारी पड़ी। दिल्ली की कुल 70 सीटों में से 67 सीटें आम आदमी पार्टी ने जीती, केवल 3 सीटें बीजेपी ने जीती, हैरान करने वाली बात तो यह थी कि कांग्रेस पार्टी ने एक क्षेत्र से जीत अपने नाम नहीं की थी। दिल्ली में प्रचंड जीत के बाद अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री बने।
दिल्ली विधानसभा चुनाव कौन जीतेगा ?
दिल्ली में आप 7वी बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इस बार के चुनाव बहुत खास होने वाले हैं। सभी पार्टी दावा कर रही है कि यह पूर्ण बहुमत से सत्ता में आएगी। लेकिन एग्जिट पोल कुछ और दिल से आ रहे हैं। अभी तक मिल रहे हैं आंकड़ों के मुताबिक और मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक या निकल कर सामने आ रहा है कि आम आदमी और भारतीय जनता पार्टी के बीच मुकाबला हो सकता है। लेकिन आम आदमी पार्टी भारतीय जनता पार्टी से आगे चल रही है। अनुमान लगाया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल फिर एक बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बन सकते हैं। बाकी पुष्टि दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद ही पता लग पाएंगे। आपको क्या लगता है कि इस बार कौन सी पार्टी जीतने वाली है ? कमेंट करके जरूर बताएं। राजनीतिक से जुड़ी ताजा खबर जानने के लिए हमारे साथ बने रहे।
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections 2020) की तारीखों का इलेक्शन कमीशन ने ऐलान कर दिया है। दिल्ली में 8 फरवरी को वोटिंग होगी, 11 फरवरी को नतीजे आएंगे। 14 जनवरी को नोटिफिकेशन जारी किया गया था। नामांकन की आखिरी तारीख 21जनवरी थी। बता दें कि ऐलान के साथ दिल्ली में चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है।