नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं क्या दिवाली पर चला सकेंगे पटाखे (burst crackers on Diwali?) जैसा कि आप सभी को मालूम है दिवाली के त्योहार पर पटाखे चलाने का चलन है। लेकिन पिछले कई सालों से प्रदूषण के कारण कई राज्यों मे पटाखे जलाने पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। अब दिवाली से पहले पटाखों के बैन पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने बड़ा आदेश दिया है। इसके बारे में आज हम चर्चा करने वाले हैं। इस मामले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट तौर पर कहां है कि पटाखों को लेकर जारी दिशानिर्देश सभी राज्यों में लागू होंगे। सुप्रीम कोर्ट का यह भी कहना है कि राज्य सरकारों की जिम्मेदारी बनती है कि वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए जरूरी कदम उठाएं।
Burst Crackers on Diwali?
लेकिन अब सवाल खड़ा होता है कि क्या दिवाली पर पटाखे चला सकेंगे? कोर्ट के आदेश के बाद स्पष्ट हो गया है कि दिवाली पर पटाखे जलाने का नियम अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग होगा। कोर्ट ने कहा कि प्रदूषण के स्तर को देखते हुए राज्य सरकार को पटाखों के बैन पर फैसला लेना है। सीधे और स्पष्ट तौर पर मामले को समझे तो जिस राज्य में पटाखे पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध है, वहां पर पटाखे नहीं चला सकेंगे। लेकिन जिस राज्य में ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति है वहां पर पटाखे चला सकेंगे, लेकिन केवल ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति होगी।
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क्या दिवाली पर चला सकेंगे पटाखे? सुप्रीम कोर्ट का आया बड़ा फैसला!
आपकी जानकारी के लिए बता दे की पटाखों के प्रतिबंध के मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने की जिम्मेदारी सिर्फ कोर्ट की नहीं है, बल्कि लोगों को भी जिम्मेदारी बनानी चाहिए। साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा कि आजकल बच्चों के तुलना में बड़े लोग भी ज्यादा पटाखे जलाते हैं, इसलिए लोगों को पर्यावरण के प्रति सोचने की आवश्यकता है। उसके साथ ही कोर्ट ने सभी राज्य सरकारों को वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए कदम उठाने का सुझाव दिया है।
लेकिन आपको बता दे की राजधानी दिल्ली में दिवाली की आने से पहले प्रदूषण इस कदर बढ़ चुका है कि अरविंद केजरीवाल सरकार की आलोचना की जा रही है, पर्यावरण और प्रदूषण पर बड़े बड़े वादे करने वाले अरविंद केजरीवाल अब चुप है दिल्ली के जनता दिल्ली की जनता प्रदूषण में रहने के लिए मजबूर है, जिसके कारण कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से दिल्ली की जनता को गुजरना पड़ रहा है। देश और दुनिया से जुड़ी ताजा खबरें बढ़ाने के लिए हमारे साथ बने।