उत्तर प्रदेश के चंदौली में यूपी पुलिस एक घर में दबिश डालने जाती हैं। जिस घर में पुलिस दबिश डालने गई थी उस घर का मालिक अपने घर में रह नहीं सकता था लेकिन जैसे ही पुलिस उस घर से लौटती है घर में चीख चिल्लाहट मच जाती हैं।
Nisha Yadav Murder Case पूरा मामला?
बताया जा रहा है कि उस घर से एक लड़की की लाश मिलती है और मौत का इल्जाम पुलिस पर लगता है। बताया जा रहा है कि पुलिस कन्हैया यादव के घर गई थी। कन्हैया यादव पर कुल 6 मामले गुंडागर्दी के दर्ज किए गए हैं। मगर जब पुलिस कन्हैया यादव के घर पहुंचती है तो वह वहां पर था ही नहीं। कन्हैया यादव के घर पर ना रहने की एक बहुत बड़ी वजह थी।
दरअसल इसी साल 16 फरवरी को एक अदालत में उसे 6 महीने के लिए जिला बदर कर दिया था। यानी कि 16 अगस्त तक अपने घर और आसपास के इलाकों में नहीं रह सकता था। पुलिस को भी यह बात अच्छे से मालूम नहीं लेकिन फिर भी उसके बाद रविवार को पुलिस तबिश करने के लिए उसे घर पहुंची थी।
जस्टिस फॉर निशा यादव (#JusticeForNishaYadav) क्यों ट्रेंड कर रहा है?
घर पर 24 और 19 साल की 2 बेटियां थी। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि निशा के मौत की वजह आखिरकार क्या थी। दूसरी बहन से जब पूछा गया तो उसने कहा कि पुलिस के जाने के बाद 20 सेकंड लगा था दूसरे कमरे में जाने में। वहां पर देखा गया कि निशा यादव पंखे से लटकी हुई थी। गुंजा निशा की चीख सुन पा रही थी लेकिन उसे देख नहीं पा रही थी।
यह सब नजारा देखने के बाद सभी तस्वीरें खींचकर सोशल मीडिया में डाल दी गई थी। बताना चाहते हैं कि ये मामला काफी ज्यादा गंभीर है और लगभग आधा दर्जन पुलिस पर मुकदमा किया गया है। जान सकते हैं कि मामले के बाद गांव वाले गुस्सा में आ गए थे। ऐसा माना जा रहा है पुलिस ने बातचीत के नाम पर मारपीट शुरू कर दी थी।
बताया जा रहा है कि निशा यादव 21 साल की उत्तर प्रदेश के चंदौली की गैंगस्टर कन्हैया यादव की बेटी थी और गुंजा की बड़ी बहन थी। परिजनों का कहना है कि मारपीट करने के बाद निशा यादव को पंखे से लटका दिया गया था। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग का मामला सामने नहीं आया था पोस्टमार्टम के समय शरीर पर गंभीर निशान दिखाई दे रहे थे। तस्वीरें देख ऐसा लग रहा है कि बहुत ही बेरहमी से मारा गया है।