नमस्कार दोस्तों, आज बात करने वाले हैं मंकी बी वायरस (Monkey B Virus) के बारे में, जी हां दोस्तों को बता दे की चीन के बीजिंग शहर में मंकी भी वायरस संक्रमण के कारण एक शख्स की मौत की खबर सामने आई है, ग्लोबल टाइम्स ने इस मौत की पहली पुष्टि की है, ग्लोबल टाइम्स की खबर के अनुसार चीन के एक जानवरों के डॉक्टर में मंकी बी वायरस के कारण मौत का पहला मामला सामने आया है। लेकिन खबर में यह भी स्पष्ट किया गया है कि डॉक्टर के संपर्क में आए सभी लोग अभी तक पूरी तरह सुरक्षित है।
What is Monkey B Virus in Hindi
53 वर्षीय साल के ये पशु चिकित्सक एक इंस्टीट्यूट में नॉन-ह्यूमन प्राइमेट्स पर रिसर्च कर रहे थे, रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ महीनों पहले यानी मार्च में 2 मरे हुए बंदरों पर उन्होंने रिसर्च की थी, उसके 1 महीने बाद उनमें मितली और उल्टी के शुरुआती लक्षण देखने को मिले।
बीते शनिवार को चाइना सीडीसी इस संबंध में अपनी जानकारी दी, ग्लोबल टाइम्स न्यूज़ के मुताबिक इस पशु चिकित्स ने के अस्पतालों में इलाज करवाया लेकिन 27 मई 2021 को उनकी मृत्यु हो गई। रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले इस प्रकार का कोई मामला सामने नहीं आया था, आपकी जानकारी के लिए बता दे की मंकी बी वायरस (Monkey B Virus) मानव संक्रमण का यह पहला मामला है।
शोधकर्ताओं ने अप्रैल में पशु चिकित्सक के कुछ सैंपल लिए थे, बारिश होने की पुष्टि की थीजिसकी जांच की गई और सामने आया पशु चिकित्सक में मंकी बी वायरस (Monkey B Virus) मौजूद है। लेकिन राहत की बात है कि उनके संपर्क में आए किसी दूसरे शख्स भी अभी तक इस वायरस के संक्रमण के लक्षण नहीं दिखाई दिए है।
मंकी बी वायरस की खोज कब हुई ?
आपकी जानकारी बता दे की मंकी बी वायरस (Monkey B Virus) की पहचान 1932 में पहली बार हुई थी, यह वायरस सीधे संपर्क से फैलता है, अगर यह वायरस किसी इंसान में पहुँच जाए तो मृत्यु दर 70% से 80% है। विशेषज्ञों का यह मानना है कि वायरस लोगो के लिए खतरा बन सकता है, जिसे रोकने के लिए सख्त कदम उठाने चाहिए।
क्या है मंकी बी वायरस (Monkey B Virus) ?
मंकी बी वायरस (Monkey B Virus) आमतौर पर वयस्क मैकाक बंदरों से फैलता है, इसके अलावा रीसस मैकाक, सुअर-पूंछ वाले मैकाक और सिनोमोलगस बंदर या लंबी पूंछ वाले मैकाक से भी यह वायरस फैलता है। यह वायरस इंसान में पाया जाना बेहद दुर्लभ बात है। लेकिन अगर यह वायरस किसी इंसान में चले जाता है तो उसे तंत्रिका संबंधी रोग या मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी में सूजन की शिकायत हो सकती है।
यह वायरस फैलता कैसे है?
आमतौर पर यह वायरस मैकाक बंदरों के काटने या खरोचने से होता है, इसके अलावा यह वायरस संक्रमित बंदर की लार, मल-मूत्र से भी इंसानों में फैल सकता है। जमीन पर यह वायरस कई घंटो तक जीवित रह सकता है। देश और दुनिया से जुड़ी लेटेस्ट अपडेट जानने के लिए हमारे साथ बने रहे।