नमस्कार दोस्तों, पश्चिम बंगाल में हर बार की तरह इस बार भी चुनाव के दौरान दंगे होने की खबरें सामने आ रही हैं। जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पश्चिम बंगाल में शनिवार को पंचायत चुनाव के दौरान राज्य में जमकर हिंसा हुई है। बड़ी खबर यह निकल कर सामने आ रही है कि शुक्रवार की रात से लेकर शनिवार को वोटिंग खत्म होने तक 18 लोगों की जान जा चुकी है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा के बाद राज्य में भेजे गए केंद्रीय बल के नोडल बीएसएफ के अफसर ने राज्य चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखी है।
West Bengal Panchayat Election Violence
आपको बता दें कि बीएसएफ के एक अधिकारी ने आरोप लगाया है कि बंगाल के संवेदनशील बूथ पर केंद्रीय बलों की तैनाती ही नहीं की गई। इस चिट्ठी से राज्य चुनाव आयोग घिरता दिख रहा है। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने ममता सरकार और चुनाव आयोग पर राज्य में हिंसा कराने का आरोप लगाया है। बीजेपी ने यहां तक कह दिया कि राज्य के चुनाव आयुक्त राजीव सिन्हा ने ममता के साथ मिलकर ये सबकुछ होने दिया।
पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान 16 लोगों की गई जान
भारतीय जनता पार्टी के राज्य अध्यक्ष सुकांत मजुमदार और राज्य विधानसभा में नेता विपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने केंद्र सरकार और गृहमंत्री अमित शाह को पूरी जानकारी भेजी है। खबरे यह भी सामने आ रही है कि केंद्र सरकार चुनाव में हिंसा को देखते हुए बंगाल के बारे में कोई कड़ा एक्शन ले सकती है। अगर केंद्र ने अनुच्छेद 355 के तहत भी कार्रवाई की, तो इससे बीजेपी और ममता बनर्जी की टीएमसी के बीच रिश्ते और टकराव भरे हो सकते हैं।
ममता सरकार पर लगे गंभीर आरोप!
अनुच्छेद 355 की बात करें तो इसके तहत केंद्र सरकार किसी भी राज्य की कानून व्यवस्था अपने हाथ ले सकती है, साथ ही 356 के तहत राज्य सरकार को बर्खास्त भी किया जा सकता है। हालांकि इस पर सफाई देते हुए भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि वो इस हिंसा का लोकतांत्रिक तरीके से सामना करेगी। ऐसे में 356 लगाने के आसार बंगाल में नहीं दिख रहे हैं। हर बार चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल में होने वाली हिंसा पर आपकी क्या राय कमेंट करके जरूर बताएं। देश और दुनिया से जुड़ी ताज़ा खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।