नमस्कार दोस्तों, जम्मू कश्मीर से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे की जम्मू-कश्मीर के कठुआ में डिटेंशन सेंटर में रखे गए 271 रोहिंग्या मुस्लिमों ने मंगलवार को जमकर हंगामा और हिंसा (Violence By Rohingya Muslims in Kathua J&K) की। बताया जा रहा है कि इन रोहिंग्या मुसलमानो डिटेंशन सेंटर से खुद को छोड़ने की मांग को लेकर जम्मू कश्मीर पुलिस पर जमकर पत्थरबाजी की, यही नहीं इन्होंने सुरक्षा गार्ड को भी बंधक बना लिया।
Violence By Rohingya Muslims in Kathua, Jammu and Kashmir News
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हीरानगर स्थित डिटेंशन सेंटर पर पुलिस की बड़ी टुकड़ी भेजनी पड़ी। पुलिस ने किसी तरह रोहिंग्या मुसलमानो को किसी तरह तितर-बितर कर बंधक बनाए सिक्योरिटी गार्ड को उनके चंगुल से बचाया, इस दौरान पुलिस को मजबूरन लाठी चार्ज भी करना पड़ा। कड़ी मशक्कत के बाद हालतो पर नियंत्रण पाया गया। आपको बता दे कि इस प्रकार की पहली घटना हुई है, जब रोहिंग्या मुस्लिमों ने किसी डिटेंशन सेंटर में हिंसा की है।
रोहिंग्या मुसलमानों ने डिंटेशन सेंटर में की हिंसा, गार्ड को बनाया बंधक, बढ़ाई गई सुरक्षा
आपकी जानकारी के लिए बता दे की जम्मू कश्मीर में हजारों की संख्या में रोहिंग्या मुस्लिम अवैध रूप से रह रहे हैं। इनमें से ज्यादातर जम्मू और आसपास के जिलों में रह रहे हैं। तमाम रोहिंग्या मुस्लिमों को सरकार ने पकड़ कर डिटेंशन सेंटर में रखा है।इन्ही डिटेंशन सेंटर में रखे गए रोहिंग्या ने कठुआ के हीरानगर पुलिस पर पत्थरबाजी की और सुरक्षा गार्ड को बंधक बना लिया। हालातो को काबू में कर डिटेंशन सेंटर और आसपास के इलाके की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। इस घटना के बाद डिटेंशन सेंटर में और सख्त नियम लागू किए जा सकते हैं।
रोहिंग्या मुसलमान भारत कैसे आए?
आपकी जानकारी के लिए बता दे की हिंदू राष्ट्र (भारत) में अधिकतर रोहिंग्या मुस्लिम बतौर शरणार्थी के तोर पर आया है, जो भारत में अवैध रूप से रह रहे हैं। ये मूल रूप से म्यांमार के रखाइन प्रांत के रहने वाले हैं।रखाइन प्रांत में इस्लामी आतंकवाद के खिलाफ म्यांमार सेना के अभियान के बाद, रोहिंग्या लोग समुद्र के रस्ते से पहले भारत के पड़ोसी मुल्क बांगलादेश तक पहुँचे और फिर बहुत सारे रोहिंग्या मुसलमान भारत में अवैध रूप से आ गए। इन सभी रोहिंग्या मुसलमान को वापस भेजने के लिए भारत सरकार ने बांग्लादेश और म्यांमार सरकार से बातचीत की थी, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया।
रोहिंग्या मुसलमानों पर हो रहा है करोड़ों का खर्च
वहीं भारत में बैठे कुछ लोग रोहिंग्या मुसलमानों का समर्थन करते हुए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई है। सुप्रीम कोर्ट ने अभी इनके प्रत्यर्पण पर रोक लगा रखी है। काफी लंबे समय तक इस केस पर कोई भी सुनवाई नहीं हुई है। जिसके कारण भारत सरकार को जगह जगह डिटेंशन सेंटर बनाकर रोहिंग्या मुस्लिम को रखना पड़ रहा है, जिसमें भारत का काफी पैसा खर्च हो रहा है। देश और दुनिया से जुड़ी ताज़ा खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।