नमस्कार दोस्तों, इन दिनों ट्विटर पर उन्नाव के छोटे चौराहे की तस्वीरों को वायरल हो रही है, जिसमे दावा किया जा रहा है की उत्तर प्रदेश के उन्नाव के छोटे चौराहे पर भारतीय जनता पार्टी यानी योगी आदित्यनाथ की सरकार ने बुलडोजर चलाकर कई मकानों को तोड़ दिया है। यही कारण है कि सोशल मीडिया पर इन दिनों उन्नाव की बाते जोरो पर है, बहुत बड़ी आबादी उन्नाव के छोटे चौराहे पर हुए अतिक्रमण पर ट्वीट कर अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है और भारतीय जनता पार्टी का विरोध कर रहा है। तो चलिए जानते है सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन तस्वीरें और खबरे का पूरा सच क्या है ?
UP Unnao Viral Photos Facts Check
आपकी जानकारी के लिए बता दे की उन्नाव के छोटे चौराहे पर हुए अतिक्रमण पर केवल जनता ही नहीं बल्कि पत्रकार, राजनीतिक दल और कई संगठन इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। सभी ट्वीट में एक चीज सामान्य देखने को मिल रही है यह सभी मोदी सरकार का विरोध कर रहे हैं। इस भेड़ चाल में कई बड़े राजनीतिक नेता लोग शामिल हो चुके हैं, और कई वकील भी इन तस्वीरों को शेयर कर रहे है।
सलमान खुर्शीद जो राजनीति में एक बड़ा नाम है उंहोने भी इन तस्वीरों को शेयर किया है और उन्होंने लिखा है की “यूक्रेन नहीं ये बुलडोजरलैंड के उन्नाव और फर्रुखाबाद की तस्वीरें हैं” जो की भड़काऊ ट्वीट प्रीति होता है। कानपुर दंगों के बाद इस प्रकार के झूठ को फैलाना राज्य में एक बार फिर दंगे करवा सकता है। केवल एक दो नहीं बल्कि हजारों लोग ऐसे हैं जो इस झूठी खबर को तेज़ी से वायरल कर रहे है और राज्य में अराजकता फैलाने का प्रयास कर रहे है।
Not Ukraine, these are photos of Unnao and Farrukhabad of Buldozerland pic.twitter.com/K3K66G36Jr
— Salman Khurshid (@salman7khurshid) June 7, 2022
इस झूठी खबर के वायरल होने के बाद जब मीडिया उन्नाव के छोटे चौराहे पर पहुंची, तो उन्होंने वहां और ही कुछ देखा जो हैरान करने वाला था, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे की तस्वीरों में जो दावा किया जा रहा है था वह पूरी तरह से झूठा था।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की सोशल मीडिया पर उन्नाव के छोटे चौराहे की जो तस्वीरें वायरल हो रही है वह आज काल की नहीं बल्कि कई सालो पुरानी है। जी हां दोस्तों आपको बता दे की यह तस्वीर साल 2016 की है। तब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे, उस समय सड़क निर्माण के लिए यह कारवाई की गई थी। सड़क को चौड़ी करने के लिए यह अतिक्रमण हटाया गया था। लेकिन अब इन तस्वीरों को उत्तर प्रदेश में दंगे भड़काने के लिए झूठ के साथ शेयर किया जा रहा है। खबरों के सच के बारे में जानने के लिए हमारे साथ बने रहे।