नमस्कार दोस्तो, एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर से टारगेट किलिंग का केस सामने आया है। अब आतंकवादियों ने एक बैंक मैनेजर विजय कुमार को गोली मारकर हत्या कर दी। कश्मीर में लगातार ऐसे मामलो की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, इस मामले से पहले कश्मीर में एक हिंदी टीचर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। विजय कुमार राजस्थान के रहने वाले थे। यह खबर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। लोगो के मन में बहुत गुस्सा भर गया है।
Terrorist Killed Bank Manager
जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर एक हिन्दू की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि एक आतंकवादी कुलगाम जिले के अरेह मोहनपोरा में इलाकाई देहाती बैंक में घुस गया और वह के मैनेजर विजय कुमार पर फायरिंग कर दी। जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। खबरों की मने तो विजय कुमार राजस्थान के रहने वाले थे, जिन्होंने चार दिन पहले ही नौकरी ज्वाइन किया था। उसके बाद से लगातार कश्मीरी पंडित आंदोलन कर रहे है, वो अपनी सुरक्षा को लेकर परेशान दिख रहे है।
#WATCH एक आतंकवादी ने कुलगाम ज़िले के अरेह मोहनपोरा में इलाकाई देहाती बैंक में एक बैंक कर्मचारी (प्रबंधक) विजय कुमार पर फायरिंग की, बाद में उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
( CCTV वीडियो) pic.twitter.com/MSgdQKMH8u
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 2, 2022
सुरक्षा की अपील कर रहे है कश्मीरी पंडित
जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तो आतंकवादी बैंक में घुसकर वहा के मैनेजर को गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना कुलगाम बंद की है जहा एक आतंकवादी बैंक के अंदर चला गया और वह के मैनेजर विजय कुमार को गोली मर दी, जिसमे उनकी मौत हो गई। विजय कुमार राजस्थान के रहने वाले थे। इससे पहले मंगलवार को कुलगाम में ही एक सरकारी स्कूल के टीचर रजनी बाला की भी गोली मरकर हत्या कर दी गई थी। इन सभी वारदातों को देखकर कश्मीरी पंडितो को भी अपने ऊपर हमले का डर लग रहा है जसके लिए उन्होंने आंदोलन शुरू कर दिया, जिसमे वह अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे है।
पिछले 5 महीने में टारगेट किलिंग के 17 मामले सामने आए
इस तरह बैंक मैनेजर विजय कुमार की हत्या ने कश्मीर घाटी में रहने वाले हिन्दू अल्पसंख्यक और प्रवासी लोगो के मन में मौत का डर बैठ गया है। वर्ष 2022 के शुरुआत से लगतार इस तरह के टारगेट किलिंग के मामले सामने आते रहे है। पिछले 5 माह में यह 17वां मामला सामने आया है, जिसमे इसी तरह से किसी आम नागरिक या किसी सरकारी कर्मचारी की हत्या की गई है।