तमिलनाडु के अलग-अलग जगहों पर बैलों को काबू में करने वाले इस पारम्परिक खेल जल्लीकट्टू और मांजाविरट्टू को खेलते समय मंगलवार को तीन व्यक्तियों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा| इस खेल का आयोजन पोंगल त्यौहार के समय किया जाता है और यह पोंगल त्यौहार का एक हिस्सा ही है| पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पड़ोस के शिवगंगा जिले के सिरावायल में मांजाविरट्टू (बुल को काबू में करने का खेल जो कि जल्लीकट्टू से थोड़ा अलग होता है) 2 दर्शको को देखना महंगा पड़ा| तिरुचिरापल्ली जिले के आवरंगाडू में जल्लीकट्टू के दौरान एक बेकाबू बैल ने सोलई पांडियन नामक के व्यक्ति को जान से मार दिया| इस शख्स के मरने के बाद इस खेल के दौरान मरने वाले लोगो की संख्या बढ़कर 4 हो गई| बीते सोमवार को इसी जिले के पालामेडू में बेकाबू बैल ने एक 19 वर्षीय युवा दर्शक को मार दिया|
तमिलनाडु के आलंगाल्लुर में आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध जल्लीकट्टू में मंगलवार को लगभग 25 लोगो के घायल होने की खबर है| तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया जिसमें 1100 बैल को काबू करने के लिए 1500 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया| इस आयोजन के उद्घाटन समारोह में राज्य के उप मुख्यमंत्री ओ. पनीरसेल्वम ने कहा की आलंगाल्लुर जल्लीकट्टू आयोजित करने के लिए एक स्थायी आयोजन स्थल बनाने पर जोर दिया जाएगा|
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आलंगाल्लुर में इस कार्यक्रम को देखने के लिए हजारों की संख्या में देशी और विदेशी लोगो की भीड़ उमड़ी| इस खेल में विजेता को सोने के सिक्के से लेकर फर्नीचर तक के प्राइज मिले| इस खेल की सुरक्षा व्यवस्था के लिए 1200 पोलिसकर्मियों को तैनात किया गया है| चिकत्सा के लिए चिकित्सा टीम भी आयोजन स्थल पर मौजूद है| सोमवार को तमिलनाडु के मदुरै जिले के पलामेदु इलाके में जल्लीकट्टू खेल के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा 11 प्रतियोगी घायल हो गए|