नमस्कार दोस्तों, राजस्थान की शिक्षा नगरी कोटा में छात्रों की आत्महत्या करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शुक्रवार की देर रात को महावीर नगर इलाके में एक छात्र ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने के बाद महावीरनगर पुलिस मौके पर पहुँची और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने डेड बॉडी को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। आत्महत्या करने वाले छात्र की पहचान कर ली गई है, जांच में सामने आया है कि मृतक छात्र उत्तर प्रदेश रामपुर निवासी बहादुर का रहने वाला था। वह कोटा में फिजिक्स वाला कोचिंग संस्थान से आईआईटी की तैयारी कर रहा था।
Student Preparing for IIT Commits Suicide in Kota
दुर्भाग्यवश, मृतक कोचिंग छात्र बहादुर को तथाें दो महीने पहले ही कोटा आए होने का दुःखद समाचार है। वह आईआईटी की तैयारी कर रहा था, लेकिन उनके शरीर पर काफी दाग दिखे जाते थे जिसके कारण उन्हें कोचिंग संस्थान में प्रवेश नहीं मिल रहा था। यह दुखद घटना संभवतः इसी कारण से कोचिंग संस्थान ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया था। ऐसा होने से उन्हें तनाव महसूस हो गया है। पुलिस के अनुसार, इस मामले में कोचिंग संस्थान से भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है।
कोटा में एक और सुसाइड की खबर। IIT की तैयारी कर रहे छात्र ने जान दे दी। 16 छात्रों ने पहले भी ऐसी ही आत्महत्या की है।
कोचिंग छात्रों की आत्महत्या के बारे में जानकारी जुटाने से पता चला है कि जनवरी से जुलाई तक इस साल कुल मिलाकर 16 छात्रों ने आत्महत्या की है। इनमें बहुत सारे छात्रों के जीवन में पढ़ाई से जुड़े मानसिक तनाव की वजह से यह घटना हुई है। इसके अलावा, मई माह में 5 छात्रों ने अपनी जान दे दी थी। हाल ही में, 28 जून को विज्ञान नगर क्षेत्र में 2 छात्रों ने तनाव की वजह से अपने आपको आत्महत्या के रास्ते पर ले लिया था।
कोटा में कोचिंग छात्रों की सुसाइड को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा कई बार कोचिंग संस्थानों के संचालकों, एनजीओ और हॉस्टल संचालकों के साथ बैठकें आयोजित की गई हैं। इन बैठकों में छात्रों के तनाव से निपटने के लिए गाइडलाइन भी तैयार की गई हैं। हालांकि, इसके बावजूद छात्रों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रशासन ने सफलता नहीं प्राप्त की है। बैठकों में सिर्फ गाइडलाइन तैयार की गई हैं, लेकिन इन गाइडलाइन की पालना धरातल पर नहीं की गई है। इसका परिणामस्वरूप स्थिति साफ दिख रही है।