नमस्कार दोस्तों दक्षिण एशिया की कंट्री श्रीलंका में इस समय वहां के नागरिकों को एक बुरे समय से गुजरना पड़ रहा है। श्रीलंका अब दिवालिया के रास्ते पर आ चुका है। श्रीलंका की स्थिति इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि आजादी के बाद का सबसे ज्यादा गंभीर हालत देखने को मिल रही है।
Sri Lanka Crisis in Hindi
श्रीलंका की आर्थिक स्थिति का संकट कितना बड़ा है इसका अंदाजा आप हमारी दी गई जानकारी के हिसाब से पता लगा सकते हैं। सरकारी आंकड़ों के हिसाब से अभी तक श्रीलंका में महंगाई 17 फीसदी पार कर चुकी है। पूरे दक्षिण एशिया के किसी भी देश के मुकाबले श्रीलंका में महंगाई सबसे बड़ा अटैक और आर्थिक स्थिति श्रीलंका की सबसे ज्यादा खराब
दिखाई दे रही है।
श्रीलंका अब दिवालिया हो चुका है
श्रीलंका रुपया की वैल्यू पिछले कुछ दिनों में डॉलर के मुकाबले 46 फीसदी से ज्यादा कम हो चुकी है। मार्च में श्रीलंका में $1 की कीमत 201 श्रीलंकाई रुपये थी। लेकिन अब ये 318 श्रीलंकाई रुपए पर आ चुकी है। एक वीडियो जारी किया गया है जिसमें ग्राउंड जीरो से श्रीलंका की हालत दिखाई गई है। बताना चाहते हैं कि ज्यादातर पेट्रोल पंप बंद हो चुके हैं और जहां पर थोड़ी बहुत सप्लाई बाकी है वहां पर लंबी लाइन लगानी पड़ रही है।
श्रीलंका में पेट्रोल हुआ खत्म ?
वीडियो में हम देख सकते हैं कि किस प्रकार कुछ पेट्रोल के भरे हुए कनस्तर दिखाई दे रहे हैं। पेट्रोल के साथ-साथ बिजली और खाने के सामान में भी क्राइसिस देखने को मिल रही है। पेट्रोल पंप पर सेना के जवान तैनात खड़े हुए हैं। वीडियो में कोलंबिया की हालत दिखाई गई है। कोलंबिया के साथ-साथ पूरे श्रीलंका में यही हालत देखने को मिल रही है।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट हुए बंद
श्रीलंका में हम देख सकते हैं कि किस प्रकार हाहाकार मचा हुआ है। ट्रांसपोर्ट व्यवस्था भी बंद हुई दिखाई दे रही है। ज्यादातर ट्रांसपोर्ट बसें एक ही जगह पर खड़ी हुई है। मात्र कुछ ऑटो रिक्शा और टैक्सी रास्ते पर चलते हुए दिखाई दे रहे हैं क्योंकि कमाई करना भी जरूरी है। श्रीलंका की इस हालत को चीन को भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।
श्रीलंका विदेशी कर्ज में डूबा
श्रीलंका पर विदेशी कर्ज का बोझ काफी ज्यादा है। आप देख ही चुके हैं इस प्रकार श्रीलंका बुरी तरीके से डूबा हुआ है । लेकिन भारत ने अपने पड़ोसी धर्म निभाते हुए श्रीलंका की तरफ मदद का हाथ बढ़ाया है। भारत अब तक 2.4 अरब डॉलर की श्रीलंका की मदद कर चुका है। 40 हजार टन चावल भारत से श्रीलंका भेजा गया है। लेकिन श्रीलंका की कमर इतनी बुरी तरीके से टूट चुकी है कि उसका संभालना मुश्किल लग रहा है।