कश्मीर के अलगावादियों के मुह पर करारा तमाचा हैं ये तसवीरें : जम्मू और कश्मीर भारत के सबसे सुन्दर इलाको में से एक हैं, और इनकी गिनती उन इलाको में भी होती है जहाँ सबसे ज्यादा आतंकी हमले होते हैं। अलगावादी यहाँ के लोगों ख़ास तौर पर नौजवानों को पुलिस और फ़ौज में भर्ती होने से निरंतर रोकते हैं। यहाँ के इलाको में वे अपनी धौंस बना कर रखते हैं ताकि उनके खिलाफ कोई खड़े होने की हिम्मत न करे।
हाल में हुए आतंकी हमले के बाद से सभी देशवासियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। हर कोई बस यही चाहता है की पकिस्तान के खिलाफ जंग छेड़ दी जाए। हमने आपको ये पहले भी बताया था की किसी भी देश के खिलाफ जंग छेड़ना आसान बात नहीं होती इसके लिए बहुत प्लानिंग करनी होती है और पहले से बहुत ज्यादा तैयारियॉ करनी होती है। लेकिन अब जो हम आपको बताने जा रहे हैं उसे देख कर आपका सीन गर्व से 56 इंच का हो जायेगा। ये खबर सीधा जम्मू कश्मीर से आ रही है जहाँ पर पुलिस एवं फ़ौज में भर्ती होने का सिलेक्शन प्रोसीजर चल रहा है।
सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात तो ये है की अलगावादियों के द्वारा धमकाए जाने के बावजूद भारी संख्यां में नौजवान लड़के इन सिलेक्शन प्रोसीजर में भाग ले रहे हैं। पुलवामा में चल रहे SPO (Special Police Officers) सिलेक्शन परिक्षा में नौजवान युवक बहुत दूर दूर से चल कर आ रहे हैं, केवल इस मकसद से की वे इस स्पेशल फाॅर्स का हिस्सा बन सकें। पुलवामा में चल रहे इस सिलेक्शन प्रोसीजर ने पकिस्तान को मुह तोड़ जवाब दिया है।
SPO में भर्ती के होने आपका बस आठवीं पास होना जरूरी है। इसमें भर्ती होने के लिए केवल फिजिकल टेस्ट देना है। लेकिन ये नौकरी स्थायी नहीं होती, प्रोटेक्शन खुफिया जानकारी जमा करना होता है। राज्य SPO संख्या कुल 26000 है। घाटी में तैनात SPO की तनख्वा पहले 1500 थी जिसे बढाकर 3000 किया गया और इस साल से इन जवानों को 6000 तनख्वा दी जाएगी।
उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा से 8868, बारामुला से 2266, बांदीपुर से 226, गांदरबल से 1600, अनंतनाग से 2400, कुलगाम से 1258 और पुलवामा से 800 युवकों ने SPO में भर्ती होने की अर्जी दी है। सिर्फ SPO ही नहीं घाटी में युवक फौज में भी भर्ती होने के लिए जोर शोर से योगदान कर हैं। आर्मी में 2200 युवा भर्ती होने के लिए पहुँचे।