नमस्कार दोस्तों, जैसा कि आप सभी को मालूम है सावन की शुरुआत हो चुकी है और इस सावन का पहला सोमवार 18 जुलाई 2020 को है, देश के अलग-अलग राज्यों से हजारों मंदिरों की तस्वीरें सामने आ रही है इसमें श्रद्धालु जल चढ़ाने के लिए मंदिर पहुंचे है। लेकिन इसी भी दुखद खबर भी निकल कर सामने आई है, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शिवालयों में जल चढ़ाने के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी है, बता दे की सिवान जिले के महेंद्र नाथ मंदिर में जल चढ़ाने के दौरान भगदड़ मच गई जिसमें कई लोगो के घायल हो गए है, इस खुशी के पल में यह बेहद दुखद घटना है, खबर यह भी सामने आ रही है कि इस हादसे में कई लोग घायल भी हुए हैं, पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंच चुका है और भीड़ को नियंत्रित किया जा रहा है, घायलों को हस्पताल ले जाया गया है, तो चलिए पूरा मामला क्या है ?
Sawan Somvar Stampede Broke Out In Siwan Mahendra Nath Temple News in Hindi
मृत महिला की हुसैनगंज थाना क्षेत्र के प्रतापपुर के रहने वाले मोताब चौधरी की पत्नी लीलावती देवी और जीरादेई थाना क्षेत्र के पथार गांव की रहने वाली सुहागमती देवी के रूप में हुई है पढ़ने। इस हादसे में घायल हुई महिला की पहचान प्रतापपुर निवासी जनक देव भगत की पत्नी शिव कुमारी के रूप में हुई है, जो अभी फिलहाल अस्पताल में भर्ती हैं। अभी जो ताजा जानकारी कल कर सामने आई है उसके मुताबिक सीवान सदर अस्पताल में घायलों को भर्ती कराया गया है, फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
Mahendra Nath Temple Latest News
बताया जा रहा है कि मंदिर में भारी संख्या में भीड़ उमड़ी थी, आज सुबह 3 बजे पूजा के लिए मंदिर का पट खुलते ही बड़ी संख्या में लोग एक साथ मंडी में प्रवेश करने लगे इसी कारण से भगदड़ मच गई। देखते ही देखते भगदड़ इतनी मच गई और इस हादसे में 2 महिलाओं की जान चली गई और कई श्रद्धालु घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है। अभी तो जानकारी सामने आई उसके मुताबिक़ मृतकों के शव को परिजनों ने अपने कब्जे में ले लिया है, पुलिस ने किसी प्रकार की पोस्टमार्टम नहीं कराई।
इस घटना की सूचना पुलिस प्रशासन को दी गई, पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण किया, जिसके बाद फिर मंदिर में दर्शन शुरू हुए हैं। सुरक्षा को मध्य नजर रखते हुए भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है और हर चीज पर कड़ी निगाहे बनाई जा रही है। फिलहाल मंदिर परिसर में स्थिति नियंत्रण में है, आपको बता दें कि यह पहला मामला नहीं है जो इस प्रकार की घटना देखने को मिली है कई मंदिरों में इस प्रकार की घटना पहले भी देखने को मिल चुके हैं और इसके पीछे प्रशासन और मंदिर परिसर की लापरवाही सामने आती है। देश दुनिया से जुड़ी ताजा खबरें पढ़ने के लिए हमारे साथ बनी रहे।