नमस्कार दोस्तों, पाकिस्तान से एक बड़ी खबर सामने आ रही है, पाकिस्तान में हिंदू लोगों के साथ क्या कुछ होता है आया है यह किसी से छुपा नहीं है, कभी हिंदू लड़कियों के साथ रेप होता था तो कभी हिंदू लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता था, या फिर हिंदू मंदिरों को तोड़ा जाता था। लेकिन पहली बार पाकिस्तान से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसे सुनने के बाद आप भी हैरान रह हो जाएंगे। तो चलिए जानते है पूरा मामला क्या कुछ और अब फिर एक बार पाकिस्तान क्यों सुर्खियों में बना हुआ है ?
Pakistan Army Hindu Soldiers latest News
पाकिस्तान की सेना के इतिहास में पहली बार कुछ ऐसा हुआ है, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे की पहली बार पाकिस्तान की सेना में कोई हिन्दू अधिकारी बना है। जी हां अपने बिल्कुल सही पड़ा है पहली बार पाकिस्तान के इतिहास में ऐसा कारनामा होने जा रहा है। यह वही पाकिस्तान है जहां कहा जाता था की इस देश में हिन्दू अल्पसंख्यक खतरे में, उसी पाकिस्तान में अब 2 हिन्दू लोग अधिकारी बन गए है। अब सवाल यह खड़ा होता है की क्या अब पाकिस्तान में भी हिंदुत्व का झंडा लहराने वाला है ? यह बदलती तस्वीर उस पाकिस्तान की है जहां पर कभी किसी हिंदू को पाकिस्तान की सेना में शामिल होने की अनुमति नहीं थी। साल 2000 से पहले किसी भी हिंदू को पाकिस्तान के सेना में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाती थी। आपको बता दें कि पाकिस्तान में 75 लाख से अधिक हिंदू अभी फिलहाल मौजूद है।
2 हिंदू अधिकारियों को लेफ्टिनेंट कर्नल का पद मिला
आपकी जानकारी के बता दे कि पाकिस्तान के सेना में दो हिंदू अधिकारियों को लेफ्टिनेंट कर्नल के तौर पर पद प्राप्त हुआ है। आपको बता दें कि यह जानकारी पाकिस्तान के अधिकारी मीडिया की ओर से सामने आई है। मेरा डॉक्टर कैलाश कुमार, मेजर डॉक्टर अनिल कुमार को लेफ्टिनेंट कर्नल के तौर पर पाकिस्तान आर्मी में शामिल किया गया है।
कैलाश कुमार और अनिल कुमार कौन है ?
पाकिस्तान के स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक थारपारकर जिले के रहने वाले कैलाश कुमार साल 2019 में हिंदू समाज समुदाय के देश के पहले मेजर बने है। वही कैलाश कुमार की बात करें तो वह साल 2008 में सेना में शामिल हुए थे, इनका जन्म 1981में हुआ था, मेडिकल साइंस में उन्हें अपनी एमबीबीएस पूरी की है। अनिल कुमार सिंध प्रांत के बदिन के रहने वाले और वह कैलाश से एक साल छोटे है। खबरों के मुताबिक वह साल 2007 में पाकिस्तान सेना में शामिल हुए थे। अभी तक कोई आधिकारिक तौर पर जानकारी सामने नहीं आई है, लेकिन अगर यह खबर सच होती है तो यह एक बड़ी खबर होने वाली है, जिससे दुनिया को यह संदेश मिलने वाला है कि पाकिस्तान रूढ़िवाद विचारधारा से मुक्त होना चाहता है। इस खबर पर आपकी क्या राय है कमेंट करके जरूर बताएं।