नमस्कार दोस्तों, अफगानिस्तान में तालिबान राज की शुरुआत के साथ अफगानिस्तान के लोगों ने देश से भागना शुरू कर दिया है, जिसे जो जरिया मिला उसने अफगानिस्तान छोड़ने को उसने वही जरिया अपना लिया, कुछ अफगानिस्तानी तालिबानी आतंकियों से जान बचाने में कामयाब रहे, तो कुछ लोगो को अपनी जान गवानी पड़ी, वही कुछ लोग मौत से बदतर जिंदगी जीने के लिए अफगानिस्तान में ही रुक गए। इसी बीच सभी देशों की ओर से कोशिश की जा रही है कि अपने अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से सुरक्षित बाहर निकाल कर ले जाए, और उन्हें अफगानिस्तान से वापस अपने देश लाया जाए। भारत सरकार की ओर से भी देवी शक्ति के तहत इस मिशन को अंजाम दिया जा रहा है।
Operation Devi Shakti Mission News in Hindi
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि पूरी कोशिश की जाएगी जिंदगी यों को बचाने के लिए। सरकार की मंशा साफ है तालिबानी आतंकियों से भारतीय लोगों की सुरक्षा। बड़ी संख्या में भारतीयों की वापसी कराई जा रही है। इसी बीच एक 4 महीने का बच्चा जिसे यह नहीं पता की तालिबानी आतंकी क्या है ? जैसी नहीं मालूम की आखिरकार यह सब क्या हो रहा है ? लेकिन वही बच्चा अब चर्चाओं का विषय बना हुआ है। इस बच्चे को लाने के लिए मोदी सरकार ने एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। जब इस बच्चे की जान बचाने के बाद आई, भारत सरकार ने निर्णय लेने में देरी नहीं दिखाई, और उस बच्चे और माता पिता का अफगानिस्तान से बाहर निकाल लिया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस बच्चे का नाम इकनूर सिंह है।
पूरा माला क्या है ?
आपको बता दे की बच्चे के माता पिता ने बच्चे का पासपोर्ट नहीं बनवाया था, लेकिन जब यह माता-पिता भारतीय अधिकारियों के पास पहुंचे हैं, तो उन्होंने बताया की यह बच्ची केवल 4 महीने की है और वह इसका अभी तक पासपोर्ट नहीं बनवा सके हैं। जिसके बाद भारतीय अधिकारियों ने कागजी कार्रवाई की बिल्कुल भी चिंता नहीं की और अंतरराष्ट्रीय नियमों को तोड़ते हुए, बच्चे के साथ माता पिता को भारत में लाया गया। आपको जानकर हैरानी होगी कि बच्चे का पासपोर्ट. फ्लाइट के दौरान ही बना दिए गए। जब फ्लाइट भारत पहुंची तो सभी औपचारिकता पूरी कर ली गई।
2 बच्चे ऐसे हैं जिनके पासपोर्ट नहीं है
बताया जा रहा है कि अफगानिस्तान में 2 परिवार और ऐसे हैं जिनके बच्चों के पासपोर्ट अभी नहीं बन पाया, लेकिन उन्हें भी भारत लाया जाएगा। आपको बता दें कि जब पूरे विश्व भर में अफगानिस्तान की मदद करने से इंकार कर दिया है, तब भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों को बल्कि अफगानिस्तान के कुछ नागरिकों को भी वापस लेन की पूरी कोशिश शुरू कर दी है। ताज़ा खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।