नमस्कार दोस्तों, पुरे देशभर में कल यानि रविवार को बकरीद मानाने की तैयारी जोरो शोरो से चल रही है। 10 जुलाई को दरगाह आला हजरत के मरकजी दारुल इफ्ता ने बकरीद मानाने का ऐलान किया था। इसके साथ ही दरगाह आला हजरत के सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा खां कादरी (अहसन मियां) ने लोगो से मुहब्बत से ईद मानाने की अपील भी किया है, वही दरगाह आला हजरत के एक अन्य सदस्य जमात राजा ए मुस्तफा के राष्टीय उपाध्यक्षसलमान हसन खां ने लोगो को प्रतिबंधित जानवरो को कुर्बानी न देने की बात कही है।
Not Sacrifice Banned Animals on Bakrid News
दरगाह आला हजरत के मरकजी दारुल इफ्ता के द्वारा 10 जुलाई को ईद के ऐलान के बाद पुरे देश भर में ईद की तैयारी जोरो शोरो के साथ चल रही है। ईद पर कुर्बानी के लिए बकरों को बाजार में भारी मात्रा में खरीदा बेचा जा रहा है। इसी बीच दरगाह आला हजरत के संगठन जमात रजा ए मुस्तफा कि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष की तरफ से एक बयान जारी किया गया है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सलमान हसन खां ने कहा कि ईद के मौके पर प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी न दी जाए। और कुर्बानी के बाद जानवरों के अवशेष को खुले में ना डाले बल्कि उसे गड्ढा खोदकर दफना दिया जाए। सिलवानी के वक्त साफ सफाई का ख्याल रखें।
इस्लाम के 2 सबसे बड़े त्यौहार
उन्होंने आगे कहा कि इस्लाम धर्म में 2 सबसे बड़े त्यौहार होते हैं पहला ईद उल फितर तो दूसरा ईद उल अजहा। कल यानी रविवार को ईद उल अजहा मनाया जा रहा है। मुसलमानों को अधिक से अधिक कुर्बानी करनी चाहिए। लेकिन उन्होंने प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी देने को मना किया है।
नमाज पढ़ने का सही समय तय कर दिया गया है
कल नमाज पढ़ने के तरीके में का भी ऐलान कर दिया है। मस्जिदों में कल ईद की नमाज पढ़ने का सिलसिला सुबह के करीब 5:45 बजे से शुरू हो जाएगा और आखिरी लड़ाई 10:30 बजे पढ़ी जाएगी नासिर कुरैशी ने बताया कि ईदगाह समेत सभी शहरों में इंतजाम या कमेटी ने नमाज का वक्त तय कर दिया है। ईद की मुख्य मार्ग बाकरगंज स्थित ईदगाह में सुबह 10:00 बजे अदा की जाएगी। सबसे पहले हमार दरगाह वाली मियां की चांद मस्जिद में हुआ 5:45 बजे अदा की जाएगी तो वही आखरी नवाज दरगाह आला हजरत की रजा मस्जिद में 10:30 बजे अदा की जाएगी।