शहाबुद्दीन की रिहाई के बाद निशाने पर आई नीतीश सरकार बन सकती है शहाबुद्दीन को वापस जेल भेजने का कारण। शहाबुद्दीन के खिलाफ सीसीए यानी क्राइम कंट्रोल एक्ट लगाया जा सकता है। जिसकी वजह से शहाबुद्दीन को वापस जेल जाना पड़ सकता है। शहाबुद्दीन के मामले में हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश ने अपने मंत्रियों से मंत्रणा भी की है।
इसके अलावा नीतीश ने कानूनी पहलुओं पर भी चर्चा की है। जेल से वापस आने के बाद शहाबुद्दीन ने लालू को नेता और परिस्थितियों का सीएम बताया था। अब जेडीयू का यह कहना है कि नीतीश जनता के लिए अच्छा काम कर रहे हैं इसलिए शहाबुद्दीन कुछ ज्यादा ही बौखलाए हुए हैं।
दूसरी ओर जूडीयू नेता केसी त्यागी ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार को शहाबुद्दीन से सर्टीफिकेट लेने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार कानून को लेकर प्रतिबद्ध है व साथ ही अब से उनके कानून के हिसाब से ही सारे काम होंगे। इससे पहले कभी भी इस मुद्दे पर जेडीयू नेताओं की ओर से कोई खास प्रतिक्रिया नहीं आई थी।
गौर करने वाली बात यह है कि शहाबुद्दीन ने एक ही दिन में दो बार नीतीश पर करारा हमला किया। जेल से निकलते ही शाहबुद्दीन ने कहा था कि नीतीश कुमार केवल परिस्थितियों के ही नेता हैं और शहाबुद्दीन ने लालू यादव को अपना नेता बताया था। नीतीश को लेकर तो वे कुछ ज्यादा ही बौखला गए थे।
शहाबुद्दीन ने कहा कि नीतीश कोई जनता के नेता नहीं हैं. वे कुछ सीटों के मिल जाने के बाद केवल परिस्थितीवश मुख्यमंत्री के पद पर बैठ गए हैं