हेलो दोस्तों आप सभी को मेरा नमस्कार, जैसा की आप सभी जानते है 26 जनवरी को किसान ट्रैकर रैली की आड़ मे कुछ पर्दशन कारियो ने हमारे गणतंत्र दिवस के दिन प्रशाशन के आदेश का उलंघन किया और इस शुभ दिन पर दंगाइयों ने हमारे गणतंत्र दिवस का अपमान किया और साथ ही साथ सरकारी संपत्ति को नुक्सान पहुंचाया। हमारे लाल किला राष्ट्रीय धरोहर का ही नहीं बल्कि हमारे राष्ट्रीय ध्वज का भी अपमान किया, जिसके कारण आज ये हमारे देश के लिए ये बहुत ही शर्मिंद्की वाली बात है। योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर एस राजेवाल सहित कम से काम 20 किसान नेताओं को सरकार ने नोटिस जारी किया है और उनसे सरकार ने तीन दिन का समय दिया है, ये हिंसक माहौल के पीछे कौन था ?
हिंसा से कितने करोड़ का हुआ नुकसान ?
जो उपदर्वियों द्वारा सरकारी सम्पति को नुकसान पहुंचाया गया है, दिल्ली सरकार के जाँच पड़ताल करने के बाद लाल किले पर हुई हिंसा के दौरान हुये नुकसान का 5 करोड़ रूपये का अनुमान लगाया जा रहा है। दिल्ली पुलिस के अधिकारीयो पर जिन उपदर्वियों ने तलवार व अन्य शस्त्र से हमला किया है, जिसके चलते 200 से ज्यादा सुरक्षा बलों घायल होने खबर है, जो भी इस घटना के पीछे है, उन पर जल्द से जल्द सरकार ने शख्त करवाई करने का आदेश दिए है।
26 जनवरी (मंगलवार) के दिन सरकार के आदेश का किसानो द्वारा ट्रैक्टर परेड की आड़ में हिंसक रूप ले कर सरकार की बात का उल्घन करने के बाद अगले दिन दिल्ली में शख्ती देखने को मिली। जिससे कई इलाको में सुरक्षा है लाल किला, ITO, इंडिया गेट ,संसद भवन अन्य कई स्थानों पर पुलिस के जवान मुस्तैद किये है। जो घटना गणतंत्र दिवस के दिन हुई वो दोबारा न हो, इसलिए प्रशाशन ने अब पूर्णरूप से निगरानी रखी हुई है जो इस घटना के पीछे लोग है उन्हें सीसी टीवी के द्वारा ढूढा जा रहा है, जिससे उनकी पहचान कर उन पर करवाई हो सके।
Farmers Captured The Red Fort With Tractors Live Update in Hindi – लाल किले पर किसानों का कब्जा ?