नमस्कार दोस्तो जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले से एक कश्मीरी पंडित को गोली मारने की हत्या की खबर सामने आ रही है। टारगेट अटैक की हत्या का मामला बताया जा रहा है। राहुल भट (Rahul Bhat) नामक एक सरकारी कर्मचारी को उसके कार्यालय में घुसकर गोली मार दी गई। बृहस्पतिवार की पूरी घटना बताई जा रही है।
Kashmiri Pandit Shot Dead
अधिकारियों ने पूछे जाने पर बताया कि बंदूकधारी चदूरा इलाके में स्थित तहसील कार्यालय में दाखिल हुए और लिपिक राहुल को गोली मार दी। हालांकि इस हमले के बाद राहुल को अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसके बाद उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इन दिनों जम्मू कश्मीर में आतंकी इन दिनों कश्मीरी पंडितों सहित अल्पसंख्यक समुदाय और प्रवासी मजदूरों को अपना शिकार बना रहे हैं।
Rahul Bhat Murder Case
सेना के अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में जम्मू कश्मीर में फिलहाल 168 आतकंवादी सक्रिय है। जबकि 75 आतंकवादी इस साल मुठभेड़ में मारे गए। मारे गए आतकंवादी में 21 विदेशी थे। बताया जा रहा है कि लगभग घुसपैठ के 12 कोशिश नाकाम रही। सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गहन अभियान अब और पूरी ताकत के साथ आगे चलेगा जबतक 168 आतंकवादी आत्मसमर्पण यानी कि मार नही जाते।
कश्मीर में आतंकियों ने सरकारी ऑफिस में घुसकर राहुल भट कश्मीरी पंडित की गोली मारकर हत्या की
ट्विटर हैंडल जोकि आज के जमाने मे सबसे आगे निकल चुका है कश्मीरी पंडित की मौत पर जमकर विरोध किया गया है। हर कोई राहुल की मौत पर शोक जता रहे हैं। बताना चाहते हैं कि राहुल की पत्नी मीनाक्षी ने सेना से अपील किया कि उनके पति के हत्यारों को दो दिन में गोली मारकर हत्या कर दी जाए। साथ ही साथ कश्मीरी पंडितों के सुरक्षा और आवाज उठाई जाए। एक बड़े रिपोर्ट में बात की गई कि कश्मीरी पंडित सुरक्षित नही है।
राहुल भट्ट की पत्नी ने बोला कि कश्मीरी पंडित बलि का बकरा बन चुके हैं। राहुल भट्ट की पत्नी ने ये भी बोला कि बस नाम पूछा और गोली मार दी। ये किस प्रकार का इंसाफ है। ये भी बोला जा रहा है कि राहुल भट्ट 2 साल से ट्रांसफर मांग रहे थे। कश्मीरी पंडितों के सुरक्षा पर कदम नही उठाया गया तो भविष्य में जाकर और इस प्रकार की वारदात सामने आ सकती है। हालांकि आपका क्या कहना पूरे मामले के बारे में आप अपनी राय शेयर कर सकते हैं।