नमस्कार दोस्तों, पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे की भारत का मोस्ट वॉन्टेड आतंकी और पठानकोट में हुए आतंकी हमले का मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ मारा गया है। अभी जो ताजा जानकारी निकल कर सामने आई है उसके मुताबिक आतंकी को गोली मारकर पाकिस्तान भी मार गिराया (India’s Most Wanted Rashid Latif Shot Dead in Pakistan) है। कुछ अज्ञात लोगों ने आतंकी को मौत के घाट उतारा है। अज्ञात लोगों ने इस वारदात को अंजाम को सियालकोट में अंजाम किया है। तो चलिए विस्तार में जानते हैं शाहिद लतीफ कौन है और इसने क्या किया था?
India’s Most Wanted Rashid Latif Shot Dead in Pakistan
जानकारी के लिए बता दे की आतंकी शाहिद लतीफ को NIA काफी समय से पकड़ने की कोशिश कर रही थीऔर वो उनकी मोस्ट वांटेड लिस्ट में टॉप पर था। आतंकवादी शाहिद आतंकवादियों को भारत और अन्य देशों में आतंकवादी गतिविधियां अंजाम देने के लिए भेजा करता था। शाहिद लतीफ मोस्ट वांटेड आतंकी था, जिसे भारत ने खुद पाकिस्तान को सौंपा था। अगर आपको नहीं मालूम तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की साल 2010 में सद्भावना मिशन के तहत कांग्रेस सरकार ने आतंकी को पाकिस्तान को सौंपा था।
BREAKING: ‘Unknown assailants’ kill India-wanted Jaish terrorist Shahid Latif in Sialkot, Pakistan. Was mastermind of the Pathankot terror attack. Newsbreak by @arvindojha. pic.twitter.com/uGb1yvLETT
— Shiv Aroor (@ShivAroor) October 11, 2023
कांग्रेस सरकार ने यह फैसला पाकिस्तान और हिंदुस्तान के रिश्तों को सुधारने के लिया था, लेकिन पाकिस्तान वह गद्दार देश है जिस पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता। साल 2016 में इसी आतंकवादी ने पठानकोट हमले को अंजाम दिया था और कई भारतीय सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया था।
Pakistan Pathankot Mastermind Rashid Latif Shot Dead
कांग्रेस सरकार 25 आतंकवादियों की सूची तैयार की थी, जिसमें इस आतंकी का नाम भी शामिल था। जिन्हें सद्भावना मिशन के तहत जेल से छोड़ा गया था और पाकिस्तान को भेजा गया था। बता दे कि आतंकी शाहिद लगभग 16 साल तक भारत के जेल में बंद था, क्योंकि उसके तार जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे। शाहिद को जैश-ए-मोहम्मद संगठन का राइट हैंड माना जाता था। जिसे अब अज्ञात हमलावरों ने मौत के घाट उतार दिया है। देश और दुनिया से जुड़ी ताजा खबरें पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।