आज हम महंगाई की बात कर रहे हैं, लेकिन इसके साथ में यह भी सवाल है कि क्या महंगाई में त्यौहार शॉपिंग करना आसान होगा? चलिये सबसे पहले पेट्रोल डीजल दाम की बात कर लेते हैं। पेट्रोल डीजल के दाम रुकने का नाम नही ले रहे हैं। आप हर महीने देख सकते हैं कि हर महीने हर दिन हर घंटे कुछ न कुछ बडौतड़ी हो रही है। आज एक बार फिर पेट्रोल डीजल का दाम बढ़ गया है। 35 पैसे प्रति लीटर बडौतड़ी हुई है। अगर दिल्ली की बात करे तो पेट्रोल 105 रुपए प्रति लीटर हो गई है।
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डीजल की कीमतों के बढ़ने से पड़ने वाले प्रभाव
वही डीजल के दाम भी आसमान छू रहे है, अब आप खुद सोच सकते हैं कि कोई कैसे पेट्रोल डीजल खरीदे। मुंबई महानगर की बात करे तो 111 रूपये प्रति लीटर डीजल बिक रहा है। बीते दिनों में पेट्रोल 3 रुपये प्रति लीटर और डीजल 4 रुपये प्रति लीटर बड़ चुका है। डीजल पेट्रोल दाम बढ़ने से खाने पीने की चीजें भी महंगी हो गई है। टमाटर, आलू प्याज सबके दाम बढ़ चुके हैं और गैस सिलेंडर के दाम भी बढ़ गए हैं। ऐसे में खाने की प्लेट में सब्जी ना के बराबर दिखाई दे रही है। पूरा बजट बिगड़ चुका है।
CNG की कीमतों के बढ़ने से पड़ने वाले प्रभाव
हर चीज के दाम आपे से बाहर जा रहे हैं। पेट्रोल डीजल सब्जी हर चीज महंगी हो गई है। वही CNG गैस भी किसी से पीछे नही है। रातो रात CNG गैस के दाम बढ़ते जा रहे हैं। एक जमाने में लोगो को लगता था कि CNG गैस गाड़ी सस्ती होती है लेकिन अब CNG गैस भी भारी हो गई है। एक अनुमान के मुताबिक दीवाली तक जेब खाली और मुँह का हर एक निवाला महँगा हो जाएगा। आजकल जो लगातार दाम लगातार बढ़ता जा रहा है उसे हम स्लो पाइजन का नाम दे सकते हैं।
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पेट्रोल की कीमतों के बढ़ने से पड़ने वाले प्रभाव
लोगो को लगा था कि त्यौहार में कुछ दाम कम होंगे लेकिन लगातार इसका उल्टा देखने को मिल रहा है। दिल्ली का पेट्रोल 105 रुपये लीटर और डीजल का दाम 100 रुपये लीटर बताया जा रहा है। गरीब आदमी का यह कहना है कि महंगाई के जमाने में त्यौहार मनाना नामुमकिन है। ऐसा इसलिए क्योंकि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, भोपाल, रांची, बेंगलुरु हर जगह महंगाई डायन लगातार अंधकार फैलाई जा रही है। दूध, अंडे, ब्रेड, सब्जी और बाकी सभी खाद पदार्थ महंगे होते जा रहे हैं। आम जनता का कहना है कि इस समय अपना खर्चा चलाना काफी ज्यादा मुश्किल हो रहा है।
खान-पाण चीजों की कीमतों के बढ़ने से पड़ने वाले प्रभाव
ऐसा कहना है कि इतनी महंगाई में खाने के लाने पड़ जाते हैं। पहले दूध में पैसे बच जाते थे लेकिन अब 10 पैसे भी नही बचते हैं। महंगाई इतनी ज्यादा बढ़ती जा रही है लेकिन कमाई वही की वही है। आज का सवाल था कि क्या महंगाई में त्यौहार शॉपिंग करना आसान होगा। दिए गए रिपोर्ट के मुताबिक दीवाली आते आते जेब खाली होने वाली और थाली में से सभी पौष्टिक आहार गायब होने वाले हैं। कोरोना में धंदा और फैक्ट्री बंद होने की वजह से अब परिणाम काफी बुरे देखने को मिल रहे हैं। खाने का तेल भी 200 रुपये किलो हो गया है। ऐसे में त्यौहार मनाना काफी ज्यादा मुश्किल है।
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