नमस्कार दोस्तों, जैसा की आप सभी को मालूम है कुछ दिनों में गणेश चतुर्थी का त्यौहार आने वाले है, लेकिन दिल्ली सरकार द्वारा कुछ गाइडलाइंस जारी की गई है, तो चलिए उनके बारे में कुछ जान लेते है। तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की गणेश चतुर्थी आयोजन को लेकर दिल्ली आपदा प्रबंधन समिति (डीडीएमए) ने गाइडलाइन जारी कर दी है। डीडीएमए ने अपने आदेश में कहा है कि कोरोना महामारी की स्थिति देखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर गणेश चतुर्थी की पूजा नहीं की जा सकेगी। लोगों को सुझाव दिया गया है कि वह गणेश चतुर्थी के दिन अपने घर में ही रहे।
Ganesh Chaturthi 2021 Delhi Guidelines in Hindi
डीडीएमए द्वारा जारी किए गए आदेश संख्या 463 में कहा गया है कि दिल्ली में सभी तरह सामाजिक, खेल, मनोरंजन, सांस्कृतिक, धार्मिक और त्योहार से जुड़े कार्यक्रमों में भीड़ जुटाना और उनका सामाजिक आयोजन करना सख्त मना है। यही नहीं बल्कि किसी धार्मिक स्थान पर दर्शन करने की अनुमति भी नहीं है।
Delhi Disaster Management Authority (DDMA) says Ganesh Chaturthi celebrations will not be allowed at public places in the national capital in view of COVID-19; advises people to celebrate the festival at home pic.twitter.com/94gOpKybAw
— ANI (@ANI) September 8, 2021
गणेश चतुर्थी के मौके पर दिल्ली में कहीं भी भीड़ इकट्ठे होने की अनुमति नहीं है, सार्वजनिक स्थान पर गणेश चतुर्थी का त्योहार नहीं बनाया जाएगा, अगर कोई गणेश चतुर्थी का त्योहार बनाना चाहता है तो वहां अपने घर में बना सकता है। डीडीएमए ने अपने आदेश में इस आदेश का पालन कराने की जिम्मेदारी दिल्ली के सभी जिलों के जिलाधिकारियों, डिप्टी कमिश्नरों और संबंधित प्राधिकरणों को दी है। लेकिन अब सवाल यह खड़ा होता है की है बार केवल धर्म के त्योहारों पर प्रतिबंध क्यों ? कुछ दिनों पहले मोहर्रम का त्यौहार दिल्ली में मनाया गया था, मोहर्रम के लिए अनुमति दे दी गई, लेकिन जन्माष्टमी और गणेश चतुर्थी के मौके पर ऐसा नहीं है, केजरीवाल सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है ? और एक धर्म के लोगो को खुस करने की कोशिश कर रही है ? इस पुरे विषय पर आपका क्या कहना है ? हमे कमेंट करके जरूर बातये। देश और दुनिया से जुड़ी लेटेस्ट खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।