Earthquake in Delhi NCR News: राजधानी दिल्ली और दिल्ली के आसपास के इलाके यानी एनसीआर में बीते डेढ़ महीनों में तकरीबन 6 से 8 भूकंप के झटके महसूस किए जा चुके हैं, और यह सभी भूकंप के झटके कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के समय में आए है। अगर एक एवरेज लगाया जाए तो सभी भूकंप के झटकों की तीव्रता 3.5 से ज्यादा नहीं गई। लेकिन चिंता का विषय है कि जितने भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं वह या तो दिल्ली के केंद्र में थे या फिर दिल्ली के आसपास के इलाकों में, लगातार इस प्रकार के भूकंप के झटके महसूस करने के कारण दिल्ली के लोगों के बीच में दहशत का माहौल बना हुआ जोकि सामान्य बात है। अब सवाल यह खड़ा होता है कि यह छोटे-छोटे भूकंप के झटके एक बड़े भूकंप की ओर इशारा तो नहीं करता ? जैसा की आप सभी को मालूम है दिल्ली में अधिकतर इमारतें नियमित रूप से नहीं बनी हुई, अगर दिल्ली में कोई बड़ा भूकंप आता है तो आप अनुमान लगा सकते हैं कि दिल्ली में जानमाल का नुकसान कितना अधिक होने वाला है।
Earthquake in Delhi News: दिल्ली-NCR फिर एक बार भूकंप के झटके महसूस किए गए
भूकंप क्या है और यह क्यों आता है?
आपके मन में भी यह सवाल जरूर आया होगा कि आखिरकार भूकंप क्यों आते हैं ? तो आपको बता दें कि हमारी पूरी पृथ्वी साथ टेक्ट्रॉनिक प्लेट पर टिकी हुई है। जब कभी यह प्लेटें एक दूसरे से टकराती है या फिर धरती के नीचे कोई हलचल होती है तो भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं। प्लेटो के आपस में टकराने पर धरती भी हिलती है। उसकी ताकत इतनी अधिक होती है कि पृथ्वी पर मौजूद सभी इमारतों को हिला देती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत जिस टेक्टोनिक प्लेट पर टिका हुआ है उसे इंडो आस्ट्रेलियन प्लेट कहां जाता है।
Earthquake in Delhi News: दिल्ली-NCR फिर एक बार भूकंप के झटके महसूस किए गए
क्या मौसम की तरह भूकंप का पूर्वानुमान संभव नहीं है?
कई लोगों के मन में यह सवाल जरूर आता है कि जिस प्रकार मौसम का पहली पूर्वानुमान लगा लिया जाता है उसी प्रकार भूकंप का पूर्वानुमान क्यों नहीं लगाया जा सकता ? तो आपको बता दें कि विश्व में किसी भी देश के पास ऐसी तकनीक नहीं है जो भूकंप का पूर्वानुमान लगा सकें, अभी तक ऐसी किसी तकनीक का अविष्कार नहीं किया गया है कि दिस इस भूकंप का पूर्वानुमान लगाया जा सके। जापान में सबसे अधिक भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं और तकनीकी मामले में भी जापान बहुत आगे हैं। लेकिन इसके बावजूद जापान अभी तक ऐसी कोई तकनीक नहीं बना पाया है।
जिस प्रकार सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाई जा रही है कि दिल्ली में एक बड़ा भूकंप आने वाला है वह बिल्कुल गलत है, इस प्रकार के छोटे भूकंप आते रहते हैं लेकिन इसका मतलब यह नहीं की बड़ा भूकंप आने वाला है और जान माल का अधिक नुकसान होने वाला है, किस प्रकार के बड़े भूकंप हिमाचल की सतह के नीचे आते जब कभी इस प्रकार का बड़ा भूकंप हिमाचल की पहाड़ियों के नीचे होता है तो संभावित है थोड़ा नुकसान हो सकता है। लेकिन आपको डरने की कोई आवश्यकता नहीं है, अपों पर बिल्कुल ध्यान ना दें।
आपने काफी बार यह सुना होगा कि अवैध खनन और अधिक खनन यानी यमुना खादर में हो रहे अवैध निर्माण से भूकंप के झटके अधिक हो रहा है। लेकिन आपको बता दें कि ऐसा कुछ नहीं है। लेकिन थोड़ी बहुत सावधानियां बरती जाए तो भूकंप से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। सामान्य सी बात है की भूकंप की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती, लेकिन भवन यानी घर बनाते समय कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो भूकंप द्वारा होने वाले नुकसान से काफी हद तक बचा जा सकता है। देश और दुनिया से जुड़ी ताजा खबर जानने के लिए हमारे साथ बने रहे। 600
Earthquake in Delhi News: दिल्ली-NCR फिर एक बार भूकंप के झटके महसूस किए गए