हेलो दोस्तों, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के पूर्व छात्र और नेता उमर खालिद (Umar khalid) को पुलिस ने ग्रिफ्तार कर लिया है, यह गिरफ्तारी कल रविवार देर रात दिल्ली पुलिस द्वारा की गई है। अगर आपको नहीं मालूम की क्यों उमर खालिद की गिरफ्तारी गई है ? तो आपको बता दे की दिल्ली पुलिस को पिछले साल दिल्ली में हुए खूनी दंगे में उमर की तलाश थी। दिल्ली पुलिस ने उमर खालिद के खिलाफ कानूनी गतिविधि (निषेध) कानून (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया था, पुलिस का कहना था की दंगे से जुड़े कई मामलो में खालिद का नाम सामने आया था। पुलिस अब पुरे मामले की जांच करेगी और साथ ही पूछताछ भी करने वाली है। बता दे की पुलिस ने मोबाइल फ़ोन समेत उमर खालिद के सभी डिवाइज़ को अपने कब्ज़े में ले लिया है।
सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान फैली थी हिंसा
संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के विरोधी और समर्थकों के बीच हिंसा काफी ब्यावक हुई थी, जिसका मंज़रआप सभी ने देखा था, इस के बाद 24 फरवरी को उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे, इन सांप्रदायिक दंगो में दिल्ली के तकरीबन 53 लोगो को अपनी जान गवानी पड़ी थी, कई लोगो के घरो को जला दिया गया था और वह बेघर हो गए थे। इसके अलावा 200 के करीब लोग घायल हुए थे। जब दिल्ली पुलिस ने इन सांप्रदायिक दंगो की जांच की तो कई बड़े नेताओं के नाम सामने आये और इन सब के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की, इन दंगो में सीताराम येचुरी का नाम भी शामिल रहा।
2 सितंबर को क्राइम ब्रांच ने भी की थी कुछ घंटे पूछताछ
दिल्ली में हुए दंगे के सिलसिले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने 2 सितंबर को कुछ घंटे तक उमर खालिद (Umar khalid) से पूछताछ की थी। इससे पहले पुलिस ने दंगे से जुड़े एक अन्य मामले में उमर के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि (निषेध) कानून (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया था। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने भी दंगे के पीछे कथित साजिश के मामले में उमर से पूछताछ की थी। जैसा की हमने आपको पहले बताया की पुलिस ने उनका मोबाइल फोन भी जब्त कर लिया था। देश और दुनिया से जुड़ी लेटेस्ट खबरे जानने के लिए हमारे साथ बने रहे।