नमस्कार दोस्तों देश के कई राज्य में मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है और इसके साथ ही बारिश का दौर शुरू हो गया है। मानसून की दस्तक ने लोको गर्मी से राहत पहुंचाई है। छत्तीसगढ़ में भी इसी तरह मानसून ने दस्तक दी और राज्य में बरसात का दिन शुरू हो गया। इस मानसून ने लोगों को भी भीषण गर्मी से राहत दिलाई तो वह भीषण बारिश की वजह से विनाशकारी बिजली ने 5 लोगों की जान ले ली और 50 से ज्यादा बकरिया भी इस हादसे की शिकार बनी।
Chhattisgarh Lightning News in Hindi
असम में आई मानसून ने भीषण बारिश की वजह से बाढ़ जैसी समस्या उत्पन्न कर दिए जिससे वहां की पूरी अर्थव्यवस्था प्रभावित हो गई है और ना जाने कितने लोगों की इस बाढ़ में जान चली गई है। अब छत्तीसगढ़ में भी मानसून कहर बनकर टूट पड़ा है जहां 19 जून 2022 को भारी बारिश की वजह से उत्पन्न विनाशकारी बिजली ने 5 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया और 50 से ज्यादा बकरिया की भी मौत हो गई। प्रशासन ने इस दुर्घटना पर अफसोस जताया है।
इन जिलों में गई जान
छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक के साथ बारिश का दौर भी शुरू हो गया है। इसी बीच रविवार को राज्य के अलग-अलग जिलों में भारी बारिश के साथ आकाशीय बिजली की घटनाएं भी सामने आई है जिसमें 5 लोगों के मौत हो गई है और 50 से अधिक बकरियों को भी इसने अपनी चपेट में लिया है। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद, बलोदा, बाजार, मुंगेली और पेंड्रा मरवाही जिले सामने आई है।
राज्य के सीएम भूपेश बघेल ने जताया शोक
इस हादसे के बाद राज्य के सीएम भूपेश बघेल ने लोगों की मृत्यु के प्रति शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों को चार ₹400000 का मुआवजा देने का आदेश जारी की है। छत्तीसगढ़ में बिजली गिरने की बहुत मामले सामने आते रहते हैं। इसके साथ ही सीएम ने जन्मदिन की हो रही हानि को रोकने और सावधानी बरतने के लिए जिलों के सभी कलेक्टरों को एडवाइजरी जारी करने का निर्देश भी दिया है।
एक महिला की भी गई जान
पलारी क्षेत्र के गांव रोहासी मै रहने वाली अनीता बाई अपने पति के साथ साहू के साथ जब खेत में धान की बुआई करने गई थी उसी दौरान आई तेज बारिश और आकाशीय बिजली नया नेता को अपनी चपेट में ले लिया उसके बाद उसका पति उसे लेकर पलारी अस्पताल पहुंचा तो वहां के डॉक्टरों ने उस पर मृत घोषित कर दिया। दूसरी तरफ गरियाबंद जिले के सहजपुर गांव में भी बिजली गिरने से चिंतामणि धनकर की मौत हो गई वह उस समय अपनी बकरियों को चराने गया था। इस बिजली के दौरान उसकी 50 से ज्यादा बकरियों की भी मौत हो गई।