नमस्कार दोस्तों, एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है जी हां, दोस्तों आपकी जानकारी बता दे की पंजाब चुनाव में शानदार जीत के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) की नजर अब दूसरे राज्यों पर भी है। Republicworld के सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी अब जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) में भी विस्तार करने पर विचार कर रही है, जिसके लिए पार्टी के अंदर कई फैसले लिए जा रहे है। फिलहाल AAP की राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्य और अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के करीबी सहयोगी दुर्गेश पाठक (Durgesh Pathak) पार्टी के जम्मू-कश्मीर मामलों के प्रभारी हैं। सूत्र के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक यह निकल कर सकने आया है, की जम्मू और कश्मीर के कई पूर्व मंत्री, विधायक और जिला विकास परिषद के सदस्य AAP पार्टी एक संपर्क में है।
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Arvind Kejriwal जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव लड़ सकते है?
अगर आपको नहीं मालूम तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जम्मू और कश्मीर में पिछला विधानसभा चुनाव नवंबर-दिसंबर साल 2014 में हुए थे, 87 सदस्यीय सदन में, PDP के 28 सदस्य थे, BJP के 25, NC के पास 15 और कांग्रेस के 12 थे। 1 मार्च 2015 को PDP पार्टी के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद (Mufti Mohammad Sayeed) बीजेपी के साथ गठबंधन कर जम्मू कश्मीर की चीफ मिनिस्टर बन गई थी। लेकिन जनवरी साल 2016 में उनकी असामयिक मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद उनकी बेटी और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) को 4 अप्रैल 2016 को मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ ली।
“हालांकि, पार्टी में शामिल होने के इच्छुक हर इंसान के बैकग्राउंड की जांच की जा रही है। सूत्रों ने खुलासा किया कि अप्रैल के पहले हफ्ते में AAP में पहली बड़ी जॉइनिंग होगी। इलके अलावा, केजरीवाल भी जम्मू-कश्मीर में पार्टी के एजेंडे की घोषणा करने के लिए अप्रैल में एक रैली कर सकते हैं। आपको बता दें कि पार्टी हिमाचल प्रदेश और गुजरात को भी टारगेट कर रही है जहां हमेशा से बीजेपी और कांग्रेस का ही बोलबाला रहा है।”
लेकिन 2 साल बाद यानि 19 जून 2018 भारतीय जनता पार्टी ने गठबंधन तोड़ दिया, जिसके बाद मुफ्ती मोहम्मद सईद को को इस्तीफा देना पड़ा। जिसकी बाद कश्मीर की घाटी में राजनीतिक अस्थिरता देखने को मिली। जब पीडीपी, एनसी और कांग्रेस ने 21 नवंबर 2018 को गठबंधन सरकार बनाने का फैसला लिया, तो राज्यपाल ने अप्रत्याशित रूप से राज्य विधानसभा को भंग कर दिया।
फिर साल 2020 में भारतीय जनता पार्टी द्वारा अनुच्छेद 370 को कश्मीर से हटा दिया गया, और राज्य का दर्जा खत्म होने के कारण चुनावों में और देरी हो गई। अब ऐसी उम्मीद जताई जा रही है इसी साल मई में चुनाव हो सकते है, यही कारण है की आम आदमी पार्टी जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir) में भी विस्तार करने पर विचार कर रही है। इस खबर पर आपकी क्या राय है? हमे कमेंट करके जरूर बताये।
News Source: Bharat.republicworld.com