नमस्कार दोस्तों, मध्य प्रदेश में आदिवासी पर पेशाब करने का वीडियो सामने आने के बाद सरकार और प्रशासन के बीच हड़कंप मच गया था, जिसपर काफी राजनीति हुई थी, अपोजिशन का मुंह बंद करते हुए पीड़ित को खुद एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने आवास पर बुलाकर सम्मानित किया था, शिवराज चौहान ने खुद आदिवासी के पाव धोए, और अपने साथ बिठाकर भोजन कराया। लेकिन अब इसी प्रकार का मामला उत्तर प्रदेश से सामने आया है, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे कि उत्तर प्रदेश में दलित पर पेशाब करने का मामला सामने आया है जिसके बाद प्रशासन के बिच हड़कंप मच गया है।
Video of Urinating On Dalit in Uttar Pradesh Goes Viral
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि उत्तर प्रदेश में दलित पर पेशाब करने की घटना सोनभद्र की है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा है। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के साथी उत्तर प्रदेश पुलिस एक्शन में आ गई है और पेशाब करने वाले आरोपी के साथ ही उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है। डीआईजी इस पूरे मामले पर जांच करने के आदेश दे दिए है। अगर आपको नहीं मालूम तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की इससे पहले उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के शाहगंज में ही दलित युवक की पिटाई कर चप्पल चटवाने का मामला सामने आया था, और लगभग एक हफ्ते बाद दलित पर पेशाब करने का मामला सामने आ गया है।
एमपी के बाद अब यूपी में दलित पर पेशाब करने का वीडियो वायरल
आपको बता दे की इंसानियत को शर्मसार करने वाला या मामला जुगैल थाना क्षेत्र का है। उत्तर प्रदेश पुलिस अधीक्षक डा. यशवीर सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि घटीटा गांव में मंगलवार को जवाहिर पटेल अपने घर पर गुलाब कोल के साथ शराब पी रहा था। इसी दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया, आरोप लगाया जा रहा है कि जवाहिर ने गुलाब कोल की जमकर पिटाई की, इसके बाद वह बेहोश होकर वहीं पर गिर गया और फिर जवाहिर ने गुलाब पर पेशाब करना शुरू कर दिया। बेहोशी की हालत में होने के कारण पीड़ित इसका विरोध भी नहीं कर पाया।
दलित अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज, दो गिरफ्तार
लेकिन वहीं पर खड़े पूरी घटना का वीडियो अपने फोन में रिकॉर्ड कर लिया, और यह वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो गया। उत्तर प्रदेश पुलिस के मामले को संज्ञान में लेते हुए, जवाहिर पटेल और कुलाटे को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपी के खिलाफ दलित अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की करवाई की जा रही है। मध्य प्रदेश के बाद उत्तर प्रदेश इस प्रकार का मामला सामने आने के बाद भाजपा सरकार को घेरा जाने लगा है।