एक समय हुआ करता था जब प्यार के खातिर लोग नाजाने कितनी कुबानी दिया करते थे| जबकि अब नई पीढ़ी ने प्यार की परिभाषा को ही पलट कर रख दिया है| आज की पीढ़ी के लोगो को जो चीज़ पसंद आ जाए और वो ना मिले तो कुछ ऐसा कर बैठते है| जो किसी ने सोचा भी न हो| कुछ ऐसे ही एक सनकी प्रेमी की खबर चर्चा में है|
एक प्रेमी ने अपनी प्रेमिका को अपने साथ गुजरात जाने के लिए बोला, पर प्रेमिका ने मना कर दिया| बस इसी बात से प्रेमी बोखला गया| इस बोखलाहट में उसने अपनी प्रेमिका पर एक तेज धार वाले हथियार से हमला कर दिया| हमला इतना तेज था की प्रेमिका ने मौके पर ही दम तोड़ दिया| प्रेमी की सनक यही नहीं रुकी| कुछ दूर चल कर प्रेमी ने खुद को एक पेड से लटक कर फांसी लगा ली| ऐसे सनकी आशिको ने प्यार को बदनाम किया हुआ है| आगे पड़ते है क्या है पूरा मामला|
अभी जो सूचना है उसके अनुसार ये घटना जावरा के नवलखा का है| इन दोनों प्रेमियों का पिछले कुछ सालो से अफेयर चल रहा था| बता दें की दोनों ही शादी शुदा थे और इनके चार बच्चे भी है| लेकिन प्यार अँधा होता है तभी तो ये लोग प्यार कर बैठे| प्रेमी का नाम भंवरलाल जिसने अपनी प्रेमिका जिसका नाम मंजू है को मार दिया| रिपोर्ट के अनुसार भंवरलाल मंजू अपने साथ हमेशा के लिए गुजरात ले जाना चाहता था| लेकिन मंजू ने अपने बच्चो की जिमेदारियो को ध्यान में रखते हुए| गुजरात जाने से मना कर दिया| अगले दिन सुबह जब मंजू सोच के लिए गयी तो पहले से घात लगाए प्रेमी भवरलाल ने धारधार हथियार से हमला कर दिया| अचानक हुए इस हमले से मंजू बेहोश होकर जमीन पर गिर गई और तभी प्रेमी ने दो बार और हुम्ला कर दिया| गर्दन और गाल पर जिसके कारण मंजू घटना स्थल पर ही मर गयी|
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प्रेमिका की मौत का प्रेमी को पछतावा हुआ और उसने कुछ दुरी पर जा कर| पेड से लटक कर फांसी लगा ली| पेड पर लटकी लाश को देख कर आस पास भीड़ इकठा हो गयी और पुलिस को सुचना दी गयी| पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंच कर लाश को पोस्ट मोर्टेम के लिए भेज दिया और मामले की जाँच कर रही है|
मंजू की शादी तलाम के पास सरवणी गांव में नंदू उर्फ नंदलाल नायक हुई थी| जिससे उसे चार बच्चे हुए (निकिता, सचिन, सौरभ एवं नेहा), लेकिन शादी के कुछ समय बाद ही दोनों अलग हो गए थे| मंजू अपनी बेटी नेहा के साथ अपने मायके रहने लगी थी| जानकारी के अनुसार भंवरलाल के भी चार बच्चे है और और अपनी पत्नी के साथ गुजरात में रहता है| काम से सिलसिले में मंजू का भी वहाँ आना जाना था| दो महीने पहले ही मंजू ने गुजरात जाना बंद किया था|
मंजू ने अपनी माँ के साथ रहने लगी थी| जिसके थोड़े समय बाद भंवरलाल भी वहाँ आ गया| इसी बीच भंवरलाल को खबर मिली की मंजू का चकर उसके गांव में किसी से चल रहा है और इसी लिए वह गुजरात जाने से मना कर रही है| प्रेमी इस बात को सुन पगला गया और उसने जो किया| उससे दोनों की जिंदगी ख़तम हो गयी|