नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं बिहार में हुई जातीय जनगणना के बारे में, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे कि बिहार जाति जनगणना का डाटा जारी जय श्री राधे श्री राधे (Bihar Caste Census Released) कर दिया गया है। बिहार में हाल ही में हुई जाति आधारित जनगणना के डेटा के अनुसार, यह प्रतिष्ठित राज्य के जनसंख्या और उनकी जाति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है। इस जनगणना के आंकड़ों से प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार, बिहार की जनसंख्या में विभिन्न जातियों के समुदायों का विस्तार हो रहा है।
Bihar Caste Census Released
राज्य में यादव समुदाय की आबादी सबसे अधिक है, जो 14% है। उनके बाद राजपूत (3.45%), ब्राह्मण (3.65%), भूमिहार (2.86%) और नौनिया (1.9%) समुदाय आते हैं।
इसके साथ ही, सामाजिक और आर्थिक आरक्षित समुदायों की जनसंख्या भी बड़ रही है। पिछड़ा वर्ग (27.12%), अति पिछड़ा वर्ग (36.01%), अनुसूचित जाति (19.65%), अनुसूचित जनजाति (1.68%) और अनारक्षित समुदाय (15.52%) की आबादी इस जनसंख्या के हिस्सा है।
बिहार में जातीय जनगणना का डेटा जारी
यह आंकड़े राज्य के सामाजिक और आर्थिक रूप से विकसित होने के परिणामस्वरूप आगामी योजनाओं और नीतियों के लिए महत्वपूर्ण हैं जो बिहार के समाज को समृद्धि और समानता की दिशा में आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
Bihar Caste Census Data 2023
जाति आधारित जनगणना की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार में हिन्दू धर्म के अनुयायी 81.99% हैं, मुस्लिम 17.70%, ईसाई 0.05%, सिख 0.011%, बौद्ध 0.0851%, जैन 0.0096%, और अन्य धर्मों के अनुयायी 0.1274% हैं। इसके अलावा, 0.0016% लोगों का कोई धर्म नहीं है। यह आंकड़े समाज के धार्मिक विविधता को प्रकट करते हैं और राज्य के सामाजिक संरचना को समझने में मदद करते हैं। इन आंकड़ों को सरकार कैसे इस्तेमाल करती है और इससे क्या लाभ होने वाला है यह हमें आने वाले दिनों में पता चल पाएगा। देश और दुनिया से जुड़ी ताज़ा खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।