Ban on Firecrackers on Diwali in Gurugram or Not?: नमस्कार दोस्तों, गुरुग्राम से बड़ी खबर निकल कर आ रही है जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे की गुरुग्राम के लोगो के लिए इस साल की दीपावली फीकी हो सकती है। हरियाणा और गुरुग्राम में बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने बड़ा फैसला ले लिया है। दिल्ली की तरह गुरुग्राम में भी पटाखे की खरीदारी और बिक्री पर रोक लगा दी गई है। तो चलिए विस्तार में जानते हैं सरकार का इस फैसले पर क्या कहना है?
Firecracker Ban on Diwali in Delhi: दिवाली से पहले केजरीवाल सरकार ने पटाखों पर फिर लगाया बैन!
Ban on Firecrackers on Diwali in Gurugram or Not?
आपकी जानकारी के लिए बता दे की दिवाली से पहले और नए साल के आसपास दिल्ली ही नहीं बल्कि गुरुग्राम जैसे NCR इलाके में भी प्रदूषण का भारी कहर देखने को मिलता है, पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने के कारण इन राज्यों में काफी प्रदूषण हो जाता है। इस वर्ष लोगों को प्रदूषण से बचाने के लिए प्रशासन ने फैसला लिया है कि साल के अंत तक पटाखे की खरीदारी और बिक्री पर प्रतिबंध रहेगा। जिले के डीसी निशांत कुमार यादव ने बढ़ते प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए जिला गुड़गांव में पटाखों के भंडार बिक्री में इस्तेमाल पर रोक लगाने के आदेश जारी कर दिए हैं।
गुरुग्राम में पटाखे की खरीदारी और बिक्री पर लगा प्रीतिबंद, जाने नए नियन और कानून ?
प्रशासन द्वारा जारी किए गए आदेश में कहां गया है कि किसी भी तरह के पटाखे की खरीदारी या फिर बिक्री नहीं की जाएगी, लेकिन राहत की बात यह है कि केवल ग्रीन पटाखे को ही खरीदा और बेचा जा सकता है। इसी के के साथ प्रशासन द्वारा जारी किए गए आदेश में ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट और अमेजॉन समेत कई अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि वह ऑनलाइन ऑर्डर को स्वीकार न करें।
Firecrackers Banned in Gurugram
आपकी जानकारी के लिए बता दे की जिलाधीश निशांत कुमार ने सीआरपीसी धारा 144 के आधार पर जिला में पटाखों के उत्पादन भंडार और बिक्री को लेकर विस्फोटक पदार्थ अधिनियम 1884 विस्फोटक पदार्थ नियम 2008 के तहत जारी किए हैं। इन नियमों का पालन कराने की जिम्मेदारी गुरुग्राम पुलिस की होगी। आपको बता दे की राजधानी दिल्ली में बीते कई सालों से पटाखों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है, जिससे कि कई हिंदू संगठन और सनातनी नाराज है, अब यह देखना होगा कि गुरुग्राम के जनता भी इस फैसले पर क्या प्रतिक्रिया देती है। देश और दुनिया से जुड़ी ताज़ा खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।