Ayodhya Verdict Live News: अयोध्या राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद केस Updates आज देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट दशकों पुराने अयोध्या विवाद पर फैसला सुनाएगा। सुप्रीम कोर्ट में बीते 40 दिनों तक चली सुनवाई के बाद आज राम जन्म भूमि बाबरी मस्जिद विवाद पर फैसला आएगा इस मामले पर देश और विदेश के लोगों की निगाहे टिक्की हुई है। अयोध्या मामले पर फैसले के मद्देनजर देशभर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और देश के कई राज्यों में तो धारा 144 लागू कर दी गई है। उत्तर प्रदेश हाई अलर्ट पर है और अयोध्या में तो सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए है। इस फैसले से एक दिन पहले पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील की है की फैसला चाहे जो हो यह किसी की हार या जीत नहीं है। सभी शांति बनाए रखे। अयोध्या मामले से जुड़ी लेटेस्ट अपडेट आप यहाँ पढ़े-
Ayodhya Verdict Live News
– सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या पर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ कर दिया है. शीर्ष अदालत ने विवादित जमीन रामलला विराजमान को दी है. साथ ही सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद के लिए अयोध्या में कहीं भी पांच एकड़ जमीन देने को कहा है. वहीं, कोर्ट में निर्मोही अखाड़ा के सभी दावे खारिज हो गई है.
– सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को मंदिर निर्माण के लिए 3 से 4 महीने में कार्य योजना पेश करने को कहा है.
Varun Kumar Sinha, Lawyer of Hindu Mahasabha: It is a historic judgement. With this judgement, the Supreme Court has given the message of unity in diversity. pic.twitter.com/pJW3jJDmx7
— ANI (@ANI) November 9, 2019
– सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि केंद्र सरकार 3 महीने में ट्रस्ट बनाकर मंदिर निर्माण का काम शुरू करे
– सीजेआई ने कहा कि अंदरूनी हिस्सा विवादित है. सुन्नी वक्फ बोर्ड को विवादित स्थल की 5 एकड़ जमीन दी जाए.
– CJI रंजन गोगोई ने फैसला पढ़ते हुए कहा कि अयोध्या के विवादित स्थल के बाहरी क्षेत्र पर हिंदुओं का दावा साबित होता है. 1856 से पहले मुस्लिमों का गुंबद पर दावा साबित नहीं होता.
– खुदाई में मिला ढांचा गैर इस्लामिक था लेकिन मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाने का प्रमाण नहीं
– 1949 तक मुस्लिम मस्जिद में नमाज अदा करते थे. मुस्लिमों ने मस्जिद को कभी नहीं छोड़ा
– विवादित स्थल पर मस्जिद बनने के बाद से नमाज का दावा साबित नहीं होता
– इस केस में हिंदू पक्ष ने कई ऐतिहासिक सबूत दिए. बाहरी चबूतरा, राम चबूतरा और सीता की रसोई में भी पूजा होती थी
– सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश ने कहा कि लोग विवादित स्थल के अंदरूनी हिस्से को ही राम जन्म भूमि मानते हैं. अंदरूनी हिस्से में हमेशा से पूजा होती थी