जय हिन्द दोस्तों, आज हम बात करने वाले है Myanmar तख़्तापलट के बारे में, भारत के पड़ोसी मुल्क म्यांमार की सेना ने आज तख़्तापलट कर दिया है। सत्ताधारी पार्टी के सर्वोच्च नेता आंग सान सू कयी (Aung San Suu Kyi) समेत कई नेताओं को हिरासत में लेकर सत्ता की कमान अपने हाथ में ली है। म्यांमार लोकतंत्र की स्थापना के बाद से सूची और सेना के अच्छे संबंध रहे है। वह सेना द्वारा लगाए गए रोहिंग्या मुसलमानों पर जनसंघार के आरोप पर भी चुप रही। लेकिन अब ऐसा क्या हुआ की म्यांमार की सेना ने तख़्तापलट कर दिया। इस तख़्तापलट से भारत पर क्या प्रभाव पढ़ने वाला है ? आज हम इसी विषय पर बात करने वाले है। जिसे जानने के लिए हमारे साथ बने रहे।
Myanmar Coup News in Hindi
हरकेश जगदीशजब देश की सेना ने वहां के सर्वोच्च नेता आंग सान सू ची समय सरकार के कई शीर्ष नेताओं को हिरासत में लेकर सत्ता अपने हाथ में ले ली है। म्यांमार के मुख्य शहरों इलाकों में सेना को तैनात कर दिया गया है। आप की जानकारी ली बता दे की म्यांमार के ज्यादातर बड़े शहरों में मोबाइल सेवा और इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। म्यांमार सेना टीवी चैनल पर कहा गया की देश की कमान देश के उच्च कमांडर के हाथ में है, साथ ही साथ देश में एक साल तक आपातकाल की स्थिति बनी रहेगी।
एक बयान में आंग सान सू कयी (Aung San Suu Kyi) से अपने देश की जनता से अपील की है कि इस तख्तापलट को बिल्कुल भी स्वीकार ना करें, पिछले वर्ष आंग सान सू की पार्टी भारी बहुमत के साथ जित हासिल की थी, लेकिन वहां की सेना ने चुनाव में धांधली बाज़ी का आरोप लगाया था।
Myanmar तख़्तापलट
केवल म्यांमार ने ही नहीं बल्कि कई बड़े देशों ने इस तख्तापलट की कड़ी आलोचना की है, इसमें अमेरिका, जापान भारत इत्यादि शामिल है। लेकिन कंबोडिया और थाईलैंड में इसे म्यांमार का आंतरिक मामला बताया है। वही चाइना ने इस पूरे मुद्दे पर संविधान का सम्मान करने की अपील की है। देश दुनिया से जुड़ी लेटेस्ट अपडेट जाने के लिए हमारे साथ बने रहे।