अखिलेश यादव अपने पिता मुलायम सिंह यादव की तरह दिल से नरम और फैसले लेने में कठोर है। एक इंटरव्यू में उनोहने कहा पिता जी ,चाचा जी और मेरा साथ अच्छा है अगर हुक्म मिला तो पद भी लोटा दूंगा।
मुझे बस टिकट बाटने का अधिकार चाइये प्रजापति पर नेता जी का फैसला स्वीकार है अगर वो कहेंगे तो सीम की कुर्सी भी छोड़ दूंगा। नेता जी का फैसला हमेशा माना है और मानता रहूँगा उनोहने कहा कि सपा में कोई असमंज की इस्थिति नहीं है।
उधर उनोहने शिवपाल के इस्तीफे को भी नामंजूर कर दिया है इस पारिवारिक कलह से मुलायम सिंह भी बहुत दुखी है। वो इस पारिवारिक कलह को निबटाने में लगे हुए है उधर शिवपाल का भी यही कहना है कि जो नेता जी का हुक्म होगा वो मान्य होगा। आगे देखते है क्या होगा सभी की नजरे इस परिवार पर है