साल 2016 के अगस्त तक मेट्रो में 43लाख रुपए 283 मोबाइल 79 लैपटॉप लावारिस पाए गए ,घबराईऐ मत ये 43लाख रुपए, 283 मोबाइल, 79 लैपटॉप जो कि मेट्रो में खोये थे, अपने-अपने निर्धारित जगह पर पहुच गए हैं, यानी अपने असली मालिक के पास। इस बात की पुष्टि खोया पाया विभाग यानी “lost and found” के डेटाबेस से हुई है। मेट्रो में सफर करते हुए कई बार लोगों को अपने सामान का पता ही नहीं चलता, फलस्वरूप वे अपना सामान खो बैठते हैं, ऐसा होना स्वाभाविक है।
हम किसी से बात कर रहे हों , या जल्दी में हों तो अक्सर मेट्रो जैसी बिजी जगहों पर अपना सामान भूल जाते हैं।मेट्रो में मिले नकद 43 लाख रुपए की रकम बीते सालों में सबसे अधिक है। पिछले साल नकद का आंकडा 18 लाख रुपए रहा था।
मेट्रो की सुरक्षा का काम देखने वाली CISF के मुताबिक 43 लाख रुपए नकद के अलावा 26 हजार रुपए की विदेशी रकम और 40 लाख रुपए के चेक और बैंक ड्राफ्ट भी मिले हैं। इस साल जनवरी से अगस्त तक 79 लैपटॉप, 23 गहने, 283 मोबाइल और 9 कैमरा भी मिले हैं।
पिछले साल-भर में 108 लैपटॉप, 313 मोबाइल, 37 कैमरों के अलावा 26 गहनें, 14 टेबलैट फोन और दर्जन भर के करीब आईपॉड भी दिल्ली मेट्रो से मिले हैं।ज़ाहिर, है 150 स्टेशनों पर जब 26 लाख से ज़्यादा लोग हर दिन सफर करेंगे तो किसी ना किसी का सामान खोना तोह स्वाभाविक है।