नमस्कार दोस्तों, राजस्थान से से एक दुखद खबर निकल कर सामने आ रही है, जी हां दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राजस्थान जालौर जिले में डाॅक्टरों की हड़ताल (Doctor’s Strike in Rajasthan) के कारण तीन साल के मासूम बच्चे की मृत्यु हो गई है। मृतक बच्चे के परिजनों ने आरोप लगाया है कि इलाज के अभाव के चलते उनके बच्चे की जान गई है। बता दें प्राइवेट डाॅक्टरों ने महाबंद का आह्वन किया है। 3 साल के बच्चे की मृत्यु के बाद परिजनों ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। तो चलिए जानते है पूरा मामला क्या है ?
राजस्थान में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण 3 साल के मासूम बच्चे की गई जान?
अभी जो जानकारी निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक मंगलवार सुबह मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की हड़ताल के कारण प्रॉपर इलाज नहीं होने से सिंह 3 साल के मासूम जालोर जिले का काम्बा गांव के धनपत पुत्र विक्रम सिंह की मौत हो गई है। परिजनों ने एमसीएच के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है, इसी के चलते उनके बच्चे की मृत्यु हुई है। इसी एक साथ परिजनों ने बताया की बच्चे के इलाज के लिए वह निजी अस्पतालों के चक्कर काटते रहे, लेकिन किसी ने भी उनके बच्चे को एडमिट नहीं किया, जिसके बाद उन्होंने बच्चे को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया।
3 year old child died due to strike of doctors in Rajasthan?
परिजनों का कहना है की उनके बच्चे को 2-3 दिन से सर्दी जुकाम था और सुबह अचानक बीमार हो गया था, जिसके बाद बच्चे को कई प्राइवेट हस्पताल ले जाया गया लेकिन किसी ने भी इलाज नहीं किया। जब बच्चे की स्थिति ज्यादा खराब होने लगी तो वह बच्चे को जालोर मातृ और शिशु चिकित्सालय लेकर गए। जहा बच्चे को इमरजेंसी में भर्ती कराया, लेकिन वहां पर सभी डॉक्टर हड़ताल पर मौजूद थे। कुछ देर इंतजार करने के बाद बाल रोक विशेषज्ञ डॉ. मुकेश चौधरी ने आते ही रेफर कर दिया, और फिर बच्चे की मृत्यु हो गई।
डॉक्टरों ने अपनी सफाई में क्या कुछ कहा ?
इन सभी कारणों के चलते परिवार वाले परिवार वाले बच्चे की मृत्यु का कारण अपनों की लापरवाही को बता रहे हैं। वही इस पुरे विवाद पर डॉक्टर का कहना है कि परिजन सीरियस कंडीशन में बच्चे को करीब 10 बजे अस्पताल लेकर आए थे उस समय मैं बाहर था, उस दौरान ड्यूटी पर डॉ. महावीर थे उन्होंने बच्चें को एडमिट किया था जब मैं अस्पताल पहुंचा तो बच्चे का इलाज चल रहा था, ऑक्सीजन लगा रखी थी। डॉक्टर महावीर ने बच्चे की कंडीशन खराब होने के कारण परिजनों को पहले ही आगे इलाज के लिए ले जाने को बोल दिया था. मैंने पहुंचते ही रेफर कर दिया. उसके बाद रास्ते में बच्चे की मौत हो गई।इस घटना के बारे में आपकी क्या राय है ? कमेंट करके जरूर बताएं। देश और दुनिया से जुड़ी ताज़ा खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।