नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं PFI से जुड़े वो 10 बड़े हत्याकांड (10 Big Murders Cases Related To Popular Front of India (PFI)) के बारे में, जैसा की आप सभी को मालूम है भारत सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) समेत उससे जुड़े कई संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। गृह मंत्रालय ने बताया कि यह संगठन ई आपराधिक और आतंकी मामलों में संलिप्त रहे हैं। यह एक ऐसा संगठन किसी विदेश से समर्थन मिलता है और फंडिंग भी मिलती है, जिसके चलते PFI हिंदुस्तान की सुरक्षा के लिए खतरा बन गया था, यही नहीं इस संगठन से जुड़े हुए लोग लगातार हिंसक गतिविधियों में भी शामिल रहे हैं, आज हम इन्ही के बारे में बात करने वाले है, जो आपके लिए जानना बेहद जरुरी है।
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10 Big Murders Cases Related To Popular Front of India (PFI)
- पहला मामला जिसपर हम चर्चा कर रहे है वह केरल का है जो साल 2021 नवंबर के महीने का है। बता दे की संजीत की उसकी पत्नी के सामने हत्या कर दी गई, इस्लामिक कट्टरपंथियों ने 50 बार चाकू से वार किया, संजीत RRS के मंडल बौद्धिक प्रमुख थे।
- दूसरा मामला तमिलनाडु साल 2019 का है, तमिलनाडु के थिरपुवनम जिले में 40 वर्षीय रामलिंगम की हत्या कर दी गई, जब वह रात के समय घर वापस लौट रहे थे उस दौरान पीएफआई संगठन से जुड़े हुए लोगों ने उन्हें बीच रास्ते में रोका और उन पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया, जिसके बाद उनकी मृत्यु हो गई।
- तीसरा मामला केरल साल 2021 का है, एसडीपीआई से झड़प में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यकर्ता की पीएफआई के संगठन से जुड़े हुए लोगों ने निर्मम हत्या कर दी थी, इलाज के दौरान नंदू की मृत्यु हो गई थी।
- चौथा मामला केरल से है 1 जुलाई 2018 को केरल के एर्नाकुलम स्थित महाराजा कॉलेज परिसर में यहां के पीएफआई छात्रनेता अभिमन्यु दिनदहाड़े हत्या कर दी थी। अभिमन्यु हत्या में इस्लामी कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और उसके छात्र संघ कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया का सीधे-सीधे हाथ था।
- पांचवां मामला कर्नाटक से साल 2017 में आर एस एस के कार्यकर्ताओं शरत की पीएफआई के लोगों द्वारा हत्या कर दी गई थी, वह कर्नाटक के माडिवाला कंदुर के रहने वाले थे, और बीसी रोड पर एक लॉन्ड्री सर्विस की दुकान चलाते थे, जब शाम के समय वह दुकान बंद करके अपने घर की ओर जा रहे थे, इसी दौरान उनपर इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा हमला किया गया जिसके चलते उनकी जान चली गई।
- छठा मामला भी केरल से है, साल 2017 में 26 वर्षीय बिपिन का शव गुरुवार सुबह आठ बजे तिरूर के पास पुलिनचोद में सड़क किनारे मिला था, जांच के बाद सामने आया है कि इस हत्या कांड में पीएफआई के लोगों का हाथ था।
- सातवां मामला कर्नाटक से है, साल 2016 में RSS के शहर सचिव आर रुद्रेश अक्टूबर पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने हत्या कर दी थी। पीएफआई के 2 लोगों ने पहले रुद्रेश को उनकी बाइक से टक्कर मारी और फिर उन पर कुल्हाड़ियों से हमला कर दिया।
- आठवां मामला कर्नाटक से है, साल 2016 में पूजारी ‘अखंड भारत संकल्प यात्रा’ के तहत मशाल की रोशनी में आयोजित रैली में भाग लेकर घर लौट रहे थे, तभी तीन अज्ञात लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया, जिसमें उनकी जान चली गई।
- नोवा मामला तमिलनाडु से है, साल 2016 में तमिलनाडु के हिंदूवादी संगठन हिंदू मुन्नानी के पदाधिकारी शशि कुमार की पीएफआई के चार लोगों के एक गैंग ने हंसिए से काटकर हत्या कर दी थी।
- दसवां मामला कर्नाटक से हैं, साल 2022 में कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में भारतीय जनता पार्टी युवा नेता प्रवीण नेट्टारु की मंगलवार को पीएफआई संगठन से जुड़े कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। प्रवीण बीजेपी युवा मोर्चा के जिला सचिव थे।
पीएफआई से जुड़े वो 10 बड़े हत्याकांड
जाहिर है कि आप समझ गए होंगे कि भारत सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) समेत उससे जुड़े कई संगठनों पर प्रतिबंध क्यों लगाया है, अपराधिक गतिविधियों ने पीएफआई के लोगों का एक दो बार नहीं बल्कि आने को बार हाथ रहा है। हमने आपको केवल उन 10 केस के बारे में बताया है को चर्चाओं में है रहे। ऐसे अनगिनत मामले हैं। Popular Front of India (PFI) के बारे में आपकी क्या राय है कमेंट करके जरूर बताएं। देश और दुनिया से जुड़ी ताज़ा खबरे पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहे।