World Haemophilia Day Quotes, Poster, Slogan, Awareness Messages, Images: आज 17 अप्रैल है और आज का दिन पूरे विश्वभर में विश्व हीमोफिलिया दिवस के रूप में मनाया जाता है| यह दिवस हर साल हीमोफिलिया और अन्य विरासत में मिले रक्तस्राव विकारों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए दुनिया भर में सेलिब्रेट किया जाता है| इस दिन इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है| किसी भी बीमारी की रोकथाम के लिए उस बीमारी के बारे में बेहतर जागरूकता सबसे बड़ा उपचार का काम करती है| विश्व हीमोफिलिया दिवस की शुरुआत 1989 में हेमोफिलिया (डब्ल्यूएफएच) के वर्ल्ड फेडरेशन द्वारा की गई थी, जिसने 17 अप्रैल को डब्ल्यूएफएच के संस्थापक फ्रैंक श्नाबेल के जन्मदिन के उपलक्ष्य में समुदाय को एक साथ लाने के लिए चुना था।
वर्ल्ड हीमोफीलिया डे 2023 कोट्स
स्वास्थ्य से जुड़े जानकारों के अनुसार यह एक खून से जुड़ी बीमारी है जिसमें पीड़ित तकरीबन 80 प्रतिशत भारतीयों को इसकी जानकारी ही नहीं है| इनमें से अधिकतर वे लोग है जो भारत के दूर-दराज के इलाकों में रहते है| देश और दुनिया के हर हिस्से में रहने वाले लोगों के बीच इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए ही हर साल 17 अप्रैल को वर्ल्ड हीमोफीलिया डे मनाया जाता है| भारत में हीमोफीलिया से 2 लाख के करीब लोग पीड़ित है और दुनिया में भारत का इस मामले में दूसरा स्थान है|
अब से सौ साल बाद, यह नहीं होगा
मैं किस तरह की कार चलाई, क्या
मैं किस तरह के घर में रहता था, कितना पैसा था
मैं बैंक में था … लेकिन दुनिया एक हो सकती है
बेहतर जगह है क्योंकि मैंने ए
एक बच्चे के जीवन में अंतर******
इसलिए जियो कि जब तुम्हारे बच्चे सोचें
निष्पक्षता, देखभाल और ईमानदारी, वे आपके बारे में सोचते हैं।
वर्ल्ड हीमोफीलिया डे 2023 स्लोगन
वर्ल्ड हीमोफीलिया डे 2023 पोस्टर
वर्ल्ड हीमोफीलिया डे इमेज
महावीर जयंती 2023 विशेस, मैसेज, कोट्स, SMS, स्टेटस, इमेज
हीमोफीलिया रक्तस्राव की जीवनभर चलने वाली बीमारी है, जो खून को जमने (क्लॉटिंग) नहीं देती है। हीमोफीलिया फाउंडेशन ऑफ इंडिया के अनुसार हीमोफीलिया के पीछे शरीर की एंटी हीमोफीलिक फैक्टर (एएचएफ) को पर्याप्त मात्रा में नहीं बना पाने की अक्षमता जिम्मेदार है। इस बीमारी का कोई सटीक इलाज नहीं है। अगर इसका जल्द पता नहीं चलता है तो जोड़ों, हड्डियों, मांसपेशियों में बार-बार खून बहने से सिनोविटिस, अर्थराइटिस और जोड़ों में स्थायी विकृति हो सकती है।