नमस्कार दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं संत कबीर दास जयंती कब और क्यों मनाई जाती हैं ? साथ ही साथ इस लेख में आपको Sant Kabirdas Jayanti Dohe, Shayari, Status, Quotes, Caption in Hindi इत्यादि भी मिलने वाले है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की ज्येष्ठ माह की पूर्णिमा तिथि यानी 14 जून 2022 को संत कबीर दास जी जयंती मनाई जाएगी। कबीरदास के जन्म को लेकर इतिहास की किताबों में काफी मतभेद देखने को मिलते हैं, लेकिन आपको बता दें कि 1440 ई. (कुछ विद्वानों के अनुसार इनका जन्म सन् 1398 ई माना जाता हैं.) कबीरदास जी ने अपने दोहों से लोगों के मन में पैदा हुई भ्रांतियों को दूर किया है। बताया जाता है कि कबीरदास को मानने वाले हर एक धर्म के लोग हुआ करते थे, उन्होंने अपने जीवन काल में कई दोहे लिखे है, जिन्हे आज भी पढ़ा और सुना जाता है।
Sant Kabirdas Jayanti Dohe in Hindi
बता दे की संत कबीर दास एक प्रसिद्ध लेखक और कवि थे, उन्होंने समाज सुधार पर बहुत जोर दिया। संत कबीर दास जी ने अपने दोहों के जरिए जीवन का महत्व लोगो को बताया और सही गलत के बारे में भी समझाया। संत कबीर दास द्वारा लिखे गए Dohe निचे दिए गए है, जो आपको बेहद पसंद आने वाले है।
गुरु गोविन्द दोनों खड़े, काके लागु पाए,
बलिहारी गुरु आपनो, गोविन्द दियो मिलाय.पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय,
ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय.बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर,
पंथी को छाया नहीं फल लगे अति दूर.जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान,
मोल करो तरवार का, पड़ा रहन दो म्यान।
Sant Kabirdas Jayanti Shayari in Hindi
संत कबीरदास का जन्म 1440 ई. (कुछ विद्वानों के अनुसार इनका जन्म सन् 1398 ई माना जाता हैं.) को काशी ( वाराणसी ), उत्तरप्रदेश में हुआ था। उनके गुरु का नाम रामानन्द जी था, उनकी माता का नाम नीमा था, उनके पिता का नाम नीरू था, उनकी पत्नी का नाम लोई था, उनके पुत्र का नाम कमाल था, उनकी पुत्री का नाम कमाली था। संत कबीर दास जी की मृत्यु 1518 ई. ( कुछ विद्वानों के अनुसार इनका मृत्यु सन् 1494 ई. माना जाता हैं. ) में हुई थी।
अति का भला न बोलना, अति की भली न चूप,
अति का भला न बरसना, अति की भली न धूप.चाह मिटी, चिंता मिटी, मनवा बेपरवाह,
जिसको कुछ नहीं चाहिए वह शहनशाह.बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय,
जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय.माटी कहे कुम्हार से, तू क्या रौंदे मोये,
एक दिन ऐसा आयेगा मैं रौंदूंगी तोय.
Sant Kabirdas Jayanti Status in Hindi
धीरे-धीरे रे मना, धीरे सब कुछ होय,
माली सींचे सौ घड़ा, ॠतु आए फल होय.दुःख में सुमिरन सब करे, सुख में करै न कोय,
जो सुख में सुमिरन करे दुःख काहे को होय.माला फेरत जुग भया, फिरा न मन का फेर,
कर का मनका डार दे, मन का मनका फेर.साधु ऐसा चाहिए, जैसा सूप सुभाय,
सार-सार को गहि रहै, थोथा देई उड़ाय,
Sant Kabirdas Jayanti Quotes in Hindi
मक्खी गुड में गडी रहे, पंख रहे लिपटाये,
हाथ मले और सिर ढूंढे, लालच बुरी बलाये.कबीर संगत साधु की, नित प्रति कीजै जाय,
दुरमति दूर बहावासी, देशी सुमति बताय.निंदक नियरे राखिए, ऑंगन कुटी छवाय,
बिन पानी, साबुन बिना, निर्मल करे सुभाय.
Sant Kabirdas Jayanti Caption in Hindi
साईं इतना दीजिये, जा में कुटुम समाय,
मैं भी भूखा ना रहूँ, साधू ना भूखा जाय.तिनका कबहुँ ना निन्दिये, जो पाँवन तर होय,
कबहुँ उड़ी आँखिन पड़े, तो पीर घनेरी होय।दुर्लभ मानुष जन्म है, देह न बारम्बार,
तरुवर ज्यों पत्ता झड़े, बहुरि न लागे डार.
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