सफलता पर कविता 2021 | Success Poem in Hindi | Safalta Kavita: इस दुनिया में इंसान हो या फिर जानवर हर कोई अपने कार्य में सफल होना चाहता है। अपने द्वारा किए जा रहे कार्य में हर कोई व्यक्ति सफलता को हासिल करना चाहता है। सफलता हर किसी को नहीं मिलती और ना ही इतनी आसानी से मिलती है। यह बात आपने भी ना कभी, कही ना कही सुनी होगी। दुनिया में सफल लोगों से ज्यादा असफल लोगों की संख्या ज्यादा है। ऐसा नहीं है कि असफल होने वाले लोगों ने कभी मेहनत नहीं की या फिर वह नहीं चाहते हे की वह सफल होंए लेकिन जब कोई व्यक्ति अपने लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत करता है तो उसके रास्ते में कई अड़चन आती है, इस दौरान कई लोग इंक सामना करते है और आगे बढ़ते तो वही के लोग बीच में ही अपने लक्ष्य को छोड़ देते है। आज हम सफलता पर लिखी हुई कुछ बेहद ही शानदार कविता पेश कर रहे है। सक्सेस पोएम हिंदी में पढ़कर आपको अपने लक्ष्य को हासिल करने का हौसला मिलेगा और भी सफल लोगों को सूची में शुमार हो जाएंगे।
सफलता पर कविता 2021
सफलता का पथ कई कठिन रास्तों से होकर गुजरता है। हर सफल इंसान इस पर से होकर गुजरा होता है। लक्ष्य को हासिल करने से पहले जो संघर्ष करना पड़ता है उसके लिए काफी हौसला और हिम्मत की जरुरत होती है। हम सभी अच्छे मुकाम को हासिल करने के लिए जीतोड़ मेहनत करते है लेकिन संघर्ष के समय में कई बार ऐसा समय भी आता है जब हमारी हिम्मत टूट रही होती है और ऐसे समय में हमें किसी के सहारे या फिर किसी ऐसी चीज की जरुरत होती है जो हमारी हिम्मत को बढ़ाएं। safalta shayari
लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है
जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है
मिलते नहीं सहज ही मोती गहरे पानी में
बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में
मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
असफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो
क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो
जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम
संघर्ष का मैदान छोड़ मत भागो तुम
कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती
Success Poem in Hindi
मंजिल
बढ़ता चल तू ऐ मुसाफिर
मंजिल तेरे निकट होगी
हौसला रख दिल में अपने
ख्वाहिशे तेरी पूरी होगी
संकल्प ले यदि मन में अपने
उत्साह कभी ना कम होंगे
बढ़े थे, बढ़े हैं और बढ़ते रहेंगे
हर बेडी़यो को तोड़ते रहेंगे
अगर दूर दिखती हो तेरी मंजिल
safalta poem
सब्र कर तू कभी गम ना कर
झोपड़ी से महल यदि है तुझको बनाना
तो कोशिश को अपने कभी कम ना कर
बड़ा चल बड़ा चल तू हर क्षण बढ़ा चल
तेरी मंजिल मिलेगी कभी ना कभी
विश्वास रख तू खुदा पर अपने
ख्वाइश तेरी पूरी होगी
बढ़ता चल तू ऐ मुसाफिर
मंजिल तेरे निकट होगी
Safalta Kavita
समय तो लगता है,
शिखर पे जाने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
पंछी को उड़ने में
चींटी को चढ़ने में
महल बनाने में
घर सजाने में
सागर में जाके
मोती निकालने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
कविता बनाने में
अलंकार सजाने में
रस को दिखाने में
छन्द सजाने में
अच्छा कवि बनने में
लोकप्रिय होने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
साज बनाने में
संगीत सजाने में
दिल में उतरने में
प्रेम जगाने में
शिक्षा ग्रहण करने में
अच्छे विचारक बनने में
समय तो लगता है
Success Kavita
शिखर पे जाने में
घडा़ बनाने में
परिपक्वता लाने में
नयी खोज करने में
मूल्यता दिलाने में
गिरे हुए पत्थर को
मूर्ति बनाने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
होना निराश कभी
प्राणी तू जग में
क्योकि समय तो लगता है
समय बदलने में
बंजर धरती में
फसल उगाने में
समय तो लगता है
शिखर पे जाने में
इस आर्टिकल को हम आप सभी के हौसले और हिम्मत को बढ़ाने के मकसद से लिखा है। ऊपर इस पोस्ट में दी गई सक्सेस पोएम आपको जरूर पसंद आई होगी। इस पोस्ट को अपने दोस्तों आदि के साथ शेयर करना ना भूलें।